अहमदाबाद (गुजरात)। अहमदाबाद जिले के बागोदरा इलाके में एक दर्दनाक और खौफनाक घटना सामने आई है, जहां एक ही परिवार के पांच सदस्यों की संदिग्ध सामूहिक आत्महत्या की खबर ने सबको झकझोर दिया है। 32 वर्षीय विपुल वाघेला, उनकी पत्नी सोनल (26) और उनके तीन मासूम बच्चे—करीना (11), मयूर (8) और प्रिंसी (5) मृत पाए गए।
सुबह एक किराए के मकान से पांचों के शव दो खाटों पर पड़े मिले, जिसके बाद पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची एंबुलेंस ने सभी को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
आर्थिक तंगी और मानसिक दबाव इस सामूहिक आत्महत्या की संभावित वजह मानी जा रही है। परिजनों के अनुसार, विपुल एक ऑटो-रिक्शा चालक थे और परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य। उन्होंने लोन पर रिक्शा लिया था, लेकिन ईएमआई चुका पाना मुश्किल हो गया था। एक रिश्तेदार ने बताया, “विपुल काफी समय से तनाव में था। कर्ज के कारण उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ रही थी।”
गुजरात आत्महत्या मामला केवल एक परिवार की निजी त्रासदी नहीं, बल्कि आर्थिक संकट और मानसिक स्वास्थ्य जैसे ज्वलंत सामाजिक मुद्दों पर गंभीर सवाल उठाता है।
पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और पड़ोसियों की पूछताछ से यह स्पष्ट हो सकेगा कि मृत्यु का कारण ज़हर था या कोई अन्य वजह। इस घटना ने एक बार फिर सामाजिक जागरूकता और काउंसलिंग सेवाओं की अहमियत को रेखांकित किया है।
