Sushmita Sen Heart Attack: सुपर फिट सुष्मिता सेन को कैसे आया हार्ट अटैक? ये आदतें कर देती हैं दिल को बीमार

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Heart Attack Kyu Aata Hai: सुपर फिट सुष्मिता सेन की उम्र का अंदाजा आज भी कोई नहीं लगा सकता है. 47 साल की इस एक्सट्रेस को चंद दिनों पहले ही हार्ट अटैक आया था. इसकी चर्चा आज भी सिनेमा के गलियारों में हो रही है. आपको बता दें कि बालीवुड क्वीन सुष्मिता सेन रोजाना योग और एक्सरसाइज के साथ अपनी डाइट का पूरा ख्याल रखती हैं और यही उनकी फिटनेस का राज भी है लेकिन उनके साथ एक और बड़ी दिक्कत है कि सुष्मिता सेन लंबे समय से स्मोकिंग करती हैं. एक बीमारी की वजह से सुष्मिता सेन का एड्रेनल ग्लैंड ठीक से काम नहीं करता जिसके लिए स्टेरॉयड लेने की जरूरत पड़ती है. आज बॉलीवुड हस्तियों का तनाव का स्तर किसी से छुपा नहीं है.

इन वजहों से होता है हार्ट अटैक का खतरा
डॉक्टर के मुताबिक फिट दिखने में और दिल के सेहतमंद होने में बहुत फर्क होता है. आप योग और एक्सरसाइज करते हो लेकिन अगर आपको इन कारणों में से कोई भी परेशानी है तो आपको दिल की बीमारी हो सकती है और हार्ट अटैक आ सकता है. अगर आपको ज्यादा स्मोकिंग और शराब पीने की आदत है तो आपको आपको हार्ट अटैक की दिक्कत से जुझना पड़ता है. कई बार हार्ट की दिक्कत बढ़ाने में तनाव का बड़ा रोल होता है. इसके अलावा परिवार में किसी को विशेष तौर पर माता-पिता को दिल की बीमारी है तो ये बच्चे में भी हो सकती है. साथ ही डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और मोटापा भी दिल से जुड़ी बीमारियों का कारण बनाता है.

डॉक्टर ने बताए दिल के टेस्ट
दिल्ली के Escorts अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर अतुल मथुर के मुताबिक दिल की सेहत का ख्याल रखने के लिए कुछ जरूरी टेस्ट हैं और 35 वर्ष की उम्र के बाद इन टेस्ट को जरूर करना चाहिए. अगर आप अपने दिल को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो पहले इन बीमारिोयों को पहचाना सीखें

ये टेस्ट करवाएं और चेक करें दिल का हाल
इलेक्ट्रो-कार्डियो-ग्राम-टेस्ट से दिल की कंडीशन पता चल जाती है. इसे शॉर्ट में ECG भी कहा जाता है. ECG में दिल की धड़कन को विद्युत तरंगों के रूप में देखा जा सकता है और इन्हीं तरंगों से दिल की बीमारी का पता लगाया जाता है. इसके अलावा आप इको-कार्डियो-ग्राम टेस्ट भी करा सकते हैं. इसे हम ECHO Test के नाम से भी जानते हैं. इसमें High-Frequency की ध्वनि तरंगों से आपके Heart के Valves और Chambers की तस्वीर बनाई जाती है और आपके हृदय की काम करने की क्षमता के बारे में पता चलता है. दिल के लिए Treadmill Test भी किया जाता है. इसके लिए मरीज को Treadmill पर दौड़ना या चलना होता है और शारीरिक परिश्रम के दौरान आपके हृदय पर तनाव के असर को रिकॉर्ड किया जाता है.

30 के बाद रेगुलर कराए चेक
ये तीनों बेसिक टेस्ट हैं. इन टेस्ट के आंकड़ों से आपके दिल के बारे में प्रमुख जानकारियां मिल जाती हैं. अगर इन Tests में कोई समस्या मिले तो Advance Test की जरूरत होती है. 35 से 40 साल की उम्र के बाद ये सभी Test आपको हर वर्ष एक बार जरूर करवाना चाहिए. अगर आप मोटापे की समस्या से पीड़ित हैं और आपका Blood Pressure सामान्य से कम या ज्यादा रहता है या आपके शरीर में Cholesterol का स्तर भी अधिक हो तो आप अपने दिल का Checkup 30 साल की उम्र से पहले भी करवा सकते हैं. हालांकि अगर आपके परिवार में आपके माता-पिता या किसी और रिश्तेदार को दिल की बीमारी है. या उन्हें Heart Attack आया हो तो आपको और भी ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है.