
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा भाषण को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने 1 घंटे 42 मिनट लंबे भाषण में बार-बार पंडित नेहरू और कांग्रेस का जिक्र किया, लेकिन डोनाल्ड ट्रम्प और चीन जैसे संवेदनशील विषयों पर एक शब्द तक नहीं कहा। श्रीनेत ने कहा, “पीएम ने नेहरू जी का 15 बार और कांग्रेस का 50 बार नाम लिया, लेकिन ट्रम्प या चीन का एक बार भी नहीं।”
उन्होंने याद दिलाया कि राहुल गांधी ने संसद में सीधा सवाल उठाया था—“अगर हिम्मत है तो कहिए कि ट्रम्प झूठ बोल रहे हैं।” लेकिन प्रधानमंत्री ने इस चुनौती का कोई जवाब नहीं दिया।
पहलगाम हमले पर भी उठे सवाल
सुप्रिया श्रीनेत ने हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सरकार से जवाब मांगा। उन्होंने पूछा कि इस हमले की जिम्मेदारी कौन लेगा? यह सवाल सीधे तौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा नीति की पारदर्शिता पर निशाना है। उनका मानना है कि पीएम मोदी ने चीन की भूमिका जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को जानबूझकर नजरअंदाज किया।
विपक्ष का बढ़ता दबाव
कांग्रेस की यह प्रतिक्रिया विपक्ष की रणनीति का हिस्सा है, जिसमें सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के मोर्चे पर घेरा जा रहा है। सुप्रिया श्रीनेत का यह बयान न सिर्फ पीएम मोदी के भाषण की सीमाओं को उजागर करता है, बल्कि यह भी साफ करता है कि विपक्ष इस मुद्दे को संसद से सड़क तक ले जाने को तैयार है।