रांची : झारखंड के साहिबगंज में अपनी पत्नी रुबिका की जान लेकर उसके शव को 50 टुकड़े करने वाले दिलदार अंसारी ने इस घटना को क्यों अंजाम दिया ? इसे लेकर जांच जारी है। उसके परिवार के आरोपी सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद सभी के बयान दर्ज किये गए है। उनकी गिरफ्तारी के बाद इस नृशंस हत्याकांड से धीरे-धीरे पर्दा हटने लगा है। अब हक़ीक़त सामने आ रही है। आरोपी पति दिलदार अंसारी ने कबूल किया कि उसने पारिवारिक कलह के चलते अपनी पत्नी रुबिका के शव के 50 टुकड़े कर उसे ठिकाने लगाया था।
उसने बताया कि शव को इलाके के कई स्थानों पर कैसे फेंक दिया था। पुलिस के मुताबिक, आरोपी दिलदार अंसारी और उसके परिवार के सदस्यों का शुक्रवार की रात रुबिका पहाड़ीन से झगड़ा हुआ था। इसके बाद सबने मिलकर 22 वर्षीय रुबिका की हत्या कर दी थी। परिजनों के सहयोग से अंसारी ने रुबिका के शरीर के कई टुकड़े कर दिए थे। गौरतलब है कि आरोपी ने करीब एक महीने पहले ही रुबिका पहाड़िन से शादी की थी। रुबिका, दिलदार की दूसरी पत्नी थी।
बताया जा रहा है कि बोरियो थाना क्षेत्र अंतर्गत मठियो डोंडा पहाड़ की रहनेवाली रुबिका पहाड़िन अक्सर हाट बाजार आती थी। इस दौरान वो अंसारी के प्रेमजाल में फंस गई। हत्या से तीन महीने पहले दिलदार और रुबिका एक दूसरे के करीब आए थे। बताते है कि अंसारी ने धीरे-धीरे रुबिका को घेरे में लिया। उसने प्यार – मोहब्बत की बातो में फंसाकर रुबिका को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। फ़ौरन शादी कर लगभग एक महीने से पति पत्नी साथ में रह रहे थे। दिलदार ने पहली पत्नी से इस शादी को छुपाकर रखा था। रुबिका को कुछ दिनों पहले ही पता चला था कि, दिलदार की पहले से भी एक पत्नी है। इस बात को लेकर दिलदार और उसके बीच रोज-रोज झगड़ा होने लगा। लेकिन इस झगडे में परिवार वालों ने रुबिका के बजाय दिलदार का साथ देना शुरू कर दिया।
बताते है कि दिलदार के घरवाले रुबिका के साथ उसकी शादी से खुश नहीं थे। इसलिए परिजनों ने दिलदार के दिमाग में रुबिका के प्रति नफरत का बीज बो दिया। घरवाले रोजाना उसे रुबिका के खिलाफ भड़काते थे। जबकि रुबिका को लेकर उसकी पहली पत्नी ने भी विवाद करना शुरू कर दिया था। इसके चलते दिलदार परिजनों के दबाव में आ गया। उसने रुबिका को ठिकाने लगाने के लिए परिवार वालों की योजना को अंजाम देने की ठान ली।
उसने प्लान के मुताबिक रबिका की हत्या कर दी। फिर परिजनों के सहयोग से शव के 50 टुकड़े कर इधर-उधर फेंक दिया। न्यूज़ टुडे को पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिलदार की माँ मरियम खातून ने रुबिका की हत्या के लिए अपने भाई मोइनुल हक को 20 हजार की सुपारी दी थी। इसके बाद वो बोरियो मांझ टोला स्थित उनके आवास पहुंचा था। वो हत्या के बाद शव को बोरे में भर कर उसे ठिकाने लगाने की मुहीम में जुट गया।
दिलदार के परिवार के कई सदस्यों को हिरासत में लेकर पुलिस अभी भी जाँच में जुटी है। पुलिस ने दिलदार अंसारी, उसके पिता मुस्तकीम अंसारी, माँ मरियम खातून, दिलदार की पहली पत्नी गुलेरा, भाई महताब व आमिर और बहन शरेजा खातून को हिरासत में लिया है। लावारिस फेके गए रुबिका के शरीर के कटे अंग को कुत्ते घसीट रहे थे, इस नजारे को देखकर लोगो ने पुलिस को सूचित किया। इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस ने रुबिका का क्षत-विक्षत शव शनिवार की शाम छह बजे बोरियो थाना क्षेत्र के संथाली मोमिन टोला स्थित एक आंगनबाड़ी केंद्र के पीछे 12 टुकड़ों में बरामद किया था। बताया गया है कि शरीर के कटे अंग को कुत्ते घसीट रहे थे, तब जाकर मामले का खुलासा हुआ। पुलिस की टीम डॉग स्क्वायड के साथ में मौके पर पहुंची थी।