‘बंद करो ये कत्‍लेआम’, जुमे की नमाज के बाद पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी, भारतीय मुसलमानों का जामा मस्जिद से पैगाम….

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दिल्ली: दिल्ली की जामा मस्जिद में आज जुमे की नमाज के बाद पहलगाम आतंकी हमले पर पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। जामा मस्जिद से भारतीय मुसलमानों की ओर से पाकिस्तान को दो टूक ‘बंद करो ये कत्‍लेआम’ का पैगाम दिया गया। कश्मीर में धर्म पूछकर हिंदुओं को निशाना बनाने के मामले में देश के कई हिस्सों में आज पहलगाम आतंकी हमले को लेकर मुस्लिम समाज ने विरोध प्रदर्शन किया है। कई मस्जिदों में सभा कर देश में पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के पैगाम भी भेजे गए है।

दिल्ली की जामा मस्जिद से पाकिस्तान को जमकर खरी खोटी सुनाई गई है, आज जुमे की नमाज के बाद जामा मस्जिद की सीढ़ियों पर जुटे सैकड़ों मुस्लिमों ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अपनी आवाज बुलंद की है। मुस्लिमों ने हाथों में तिरंगा और पाकिस्तान मुर्दाबाद के पोस्टर लेकर आतंकियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। लोगों ने अपने हाथों में पोस्टर लेकर नारेबाजी की। इस पोस्टर में “हर घर से निकलेगी आवाज आतंकवाद का हो विनाश का नारा लिखा हुआ था। पोस्टर में ‘एक बेगुनाह का कत्ल सारी इंसानियत का कत्ल है’ जैसे शीर्षकों के साथ पहलगाम पर हमले को इंसानियत पर हमला करार दिया गया।”

आज दिल्ली में कई मुस्लिम बाजार बंद रहे। देश के कोने-कोने से आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। इससे दिल्ली भी अछूती नहीं है। पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में व्यापारियों ने आज शुक्रवार (25 अप्रैल 2025) को बंद का आह्वान किया था। इसका खासा असर देखा गया। सदर बाजार, भागीरथ प्लेस, गांधीनगर, नया बाजार, खारी बावली, चावड़ी बाजार, चांदनी चौक, जामा मस्जिद और हौज काजी समेत 100 से अधिक बाजार संघों के आह्वान पर दिल्ली बंद कामयाब बताया जा रहा है।

उधर केंद्र ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद आतंकियों के पनाहगार पाकिस्तान पर कई सख्त एक्शन लिया हैं। भारत ने सिंधु जल संधि (1960) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया हैं। सिंधु नदी को पाकिस्तान का लाइफ लाइन कहा जाता है। पाकिस्तान को समझौते की शर्तों का उल्लंघन की औपचारिक जानकारी देते हुए भारत ने सिंधु समझौता निलंबित कर दिया है।

पहलगाम आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार ने गुरुवार (24 अप्रैल 2025) सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इस बैठक में सरकार ने कहा कि पहलगाम हमला माहौल खराब करने के लिए उस समय किया गया जब जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही थी और पर्यटन फलफूल रहा था। फ़िलहाल, विदेश मंत्रालय सक्रिय और सेना सतर्क बताई जा रही है। देश से पाकिस्तानी नागरिकों की शिनाख्त कर वापस भेजा जा रहा है।