
नई दिल्ली। सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में दो बड़े कारकों का प्रभाव देखा गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के H1B वीजा फीस बढ़ोतरी के ऐलान से आईटी सेक्टर के शेयरों में तेज गिरावट आई। दूसरी ओर, GST दरों में कटौती की खबर ने बाजार को सहारा दिया और शुरुआती नुकसान के बाद इंडेक्स ने मजबूत रिकवरी दिखाई।
कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स 82,626.23 के पिछले बंद स्तर से टूटकर 82,151.07 पर खुला। निफ्टी भी 25,327.05 से गिरकर 25,238.10 पर आया। शुरुआती मिनटों में आईटी कंपनियों जैसे टेक महिंद्रा, टीसीएस, इंफोसिस और एचसीएल पर दबाव था। हालांकि, जैसे ही निवेशकों ने GST कटौती की खबर को समझा, बाजार ने रफ्तार पकड़ ली और खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स 82,557.88 और निफ्टी 25,331.70 पर कारोबार कर रहे थे।
कंपनी शेयरों में बदलाव: बाजार खुलते ही 2,355 कंपनियों के शेयर गिरावट में थे, जबकि 948 कंपनियों ने बढ़त दर्ज की और 155 शेयर स्थिर रहे। निफ्टी में SBI लाइफ, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, एशियन पेंट्स और अडानी पोर्ट्स ने अच्छी बढ़त दिखाई।
आईटी सेक्टर पर H1B असर: ट्रंप के ऐलान का सबसे बड़ा असर IT सेक्टर पर पड़ा। टेक महिंद्रा 3.74%, टीसीएस 2.20%, इंफोसिस 2.10% और एचसीएल 1.70% गिरकर बंद हुए। मिडकैप IT शेयर हेक्सवेयर, एम्फेसिस और टाटा टेक भी टूटकर कारोबार कर रहे थे।
शेयरों ने दिखाई रिकवरी: वहीं अडानी पावर 18% बढ़कर 167.55 रुपये पर पहुंचा। स्मॉलकैप में स्टेट ट्रेडिंग कॉरपोरेशन 15%, IIL 9%, BCL इंडिया 7.56% और नेट वेब 6% तक उभरे। मिडकैप में पीईएल 5%, मुथूट फाइनेंस 3%, कोचीन शिपयार्ड 2.70% और यस बैंक 2.10% बढ़े। इससे स्पष्ट हुआ कि घरेलू GST राहत ने विदेशी वीजा चिंता से बेहतर असर डाला और बाजार रिकवरी मोड में लौट आया।