रायपुर / राजधानी रायपुर में आईएएस और कारोबारी व स्थानीय मेयर के यहां इनकम टेक्स और ईडी की संयुक्त छापेमारी में इस्तेमाल की गई गाड़ियां रायपुर पुलिस ने अपने कब्जे में ले ली है | ये गाड़ियां जय स्तंभ चौक मार्ग में पार्क की गई थी | पुलिस ने आधी रात से इन गाड़ियों पर अपनी नजरे लगाए रखी थी | सुबह जब इन गाड़ियों को पुलिस ने अपने कब्जे में लिया तब बताया गया कि ये सभी गाड़ियां नो पार्किंग जोन में खड़ी थी | कुछ अफसरों ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के दौरे के पहले लावारिस हालत में इन गाड़ियों को इस मार्ग में खड़ा पाया गया था | इसलिए इन्हे जब्त कर सिविल लाइन थाने भेजा गया है | उधर जब्त की गई गाड़ियों को लेकर आयकर विभाग के अफसरों ने नाराजगी जाहिर की है | जानकारी के मुताबिक आयकर अमले ने इन गाड़ियों को रिलीज़ किये जाने को लेकर कागजी कार्रवाई की है |
बताया जाता है कि ये सभी गाड़ियां छापेमारी के लिए आये हुए अफसरों के लिए अधिगृहित की गयी थी | देर रात इन गाड़ियों को जय स्तंभ चौक स्थित राज टाकीज के सामने पार्क किया गया था | जानकारी के मुताबिक आधी रात पुलिस ने तमाम गाड़ियों को अपने कब्जे में ले लिया और सुबह उन्हें स्थानीय थाने में भेज दिया | छापे में शामिल अफसरों को इन गाड़ियों की जब्ती की खबर मिली तो वे हैरत में पड़ गए |
हालांकि राजधानी पुलिस ने इनकम टैक्स अफसरों की गाड़ी को जब्त करने से इनकार किया है। रायपुर पुलिस ने किसी भी अफसरों की गाड़ी को जब्त करने से इनकार किया है। एडिश्नल एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि ये आरोप गलत है कि पुलिस ने आईटी अफसरों की गाड़ियां जब्त की है | उनके मुताबिक देर रात कुछ गाड़ियों पर जरूर कार्रवाई की है, लेकिन ये गाड़ियां इनकम टैक्स के अफसरों की नहीं है |
उन्होंने बताया कि आईटी के अफसरों की गाड़ियों में स्टीकर लगे थे, लेकिन इन गाड़ियों में स्टीकर नहीं है | उन्होंने ये भी कहा कि तमाम वाहन रूटिन की कार्रवाई के दौरान जब्त किये गये हैं | क्योंकि उनके पास दस्तावेज नहीं थे। शासकीय कामों में बाधा डालने जैसी कोई बात ही नहीं है | फ़िलहाल आईटी और ईडी की कार्रवाई का मामला तूल पकड़ने लगा है |