News Today Breaking: रायपुर के ED दफ्तर में फिर बहार,इस बार मेयर एजाज़ ढेबर ने हवा में लहराया हाथ…..

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रायपुर : छत्तीसगढ़ में कोल खनन परिवहन और आबकारी घोटाले में ED की पूछताछ जारी है। बताते है कि मुख्य संदेही अनिल टुटेजा को मिली अदालती राहत से ED की विवेचना में कोई फर्क नहीं आया है,हालाँकि कुछ अदालती तथ्यों पर गौर फरमाने के बाद ED ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। इसी कड़ी में अब महापौर एजाज ढेबर से ईडी की पूछताछ जारी है।

सूत्र बताते है कि करीब 5 घंटे से जारी ईडी की पूछताछ में एजाज़ ढेबर से आधा दर्जन से ज्यादा ऐसे सवाल किए है,जो सीधे-सीधे मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों से जुड़े बताए जाते है। सूत्र बताते है कि लेन देन से जुड़े मसला होने के चलते कई और कारोबारियों को भी ED ने समन जारी किया है। 

रायपुर में अरसे बाद आज प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में घंटो लोगो का जमावड़ा लगा रहा। मेयर ढेबर अपने समर्थको के साथ ED दफ्तर पहुंचे थे। बता दें कि इसी साल मार्च में एजाज ढेबर के घर पर ईडी की टीम ने छापा मारा था। इसके उपरांत हालिया हुई छापेमारी में ढेबर बंधुओ ने ED को आड़े हाथो लिया था।

बिलासपुर हाई कोर्ट का रुख कर ढेबर बंधुओ ने ED पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। महापौर एजाज ढेबर और उनके कारोबारी भाई अनवर ढेबर के आवास पर हुई छापेमारी में ED पर परिजनों को परेशान करने का आरोप भी लगाया गया था। हालांकि अदालत से ढेबर बंधुओं समेत अन्य सभी याचिकाकर्ताओं को निराशा हाथ लगी थी।हाई कोर्ट से याचिका ख़ारिज होने के बाद एक बार फिर ED और ढेबर बंधु सुर्खियों में है।

अबकी बार ED के समन प्राप्त होने के बाद मेयर एजाज़ ढेबर मुस्तैद नजर आए। ED दफ्तर में दाखिल होने से पहले महापौर ने हाथ हिला कर अपने समर्थको का अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि ED जानबूझकर उन्हें परेशान कर रही है,पिछली बार की तरह इस बार भी निशाना बनाया जा रहा है। 

महापौर ने बताया कि,ईडी ने कहा था कि हमारे पास सर्च वारंट है, सर्च वारंट मेरे नाम से, लेकिन मेरे भाई के यहां सर्च किया गया,ईडी के पास कुछ सबूत है तो उसे बताए। ढेबर ने सवाल किया कि उनके यहां क्या इसलिए छापे पड़ रहे हैं कि कांग्रेस यहां मजबूत है। उन्होंने ED को चुनौती देते हुए कहा कि ED ये शो करे कि, हमारे यहां कितना क्या मिला है ? मेयर ने कहा कि जबरदस्ती परेशान करने के लिए हमको ED द्वारा समन सौंपा जा रहा है। 

छत्तीसगढ़ में लगभग 20 हजार करोड़ के आबकारी घोटाले को लेकर ED ने कई नए कारोबारियों और अधिकारियो से भी पूछताछ शुरू की है। उसे कई ऐसे तथ्य हासिल हुए है,जो देश के सबसे बड़े सरकारी शराब घोटाले की दस्तावेजी और डिजिटल सबूतों की प्रमाणिकता भी पेश कर रहे है। बताते है कि झारखण्ड CBI के अलावा ED को लगभग आधा दर्जन ऐसे संदेहियों की तलाश है,जिन्होंने शराब की तस्करी का रांची मॉडल तैयार किया था। 

बताते है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबियों पर छापेमारी के बाद ब्लैक मनी का बेंगलुरु कनेक्शन सामने आया है। सूत्र बताते है कि अनिल टुटेजा,सौम्या चौरसिया एवं अन्य से CBI की पूछताछ भी हो सकती है। इसके लिए एजेंसियां अपनी तैयारी में जुटी है। फिलहाल तो सौम्या की जमानत याचिका के मामले में अदालत के रिजर्व फैसले पर एजेंसियों की निगाहें टिकी हुई है। बताते है कि जेल या बेल में फैसला आते ही ED की कार्यवाही में भी तेजी के आसार है।