
स्पेसएक्स ने अंतरिक्ष अन्वेषण की दिशा में एक और उपलब्धि हासिल की है। बुधवार को उसके SpaceX Super Heavy Rocket ने सफल परीक्षण उड़ान पूरी की, जिसमें विशाल बूस्टर ने टेक्सास के बोका चिका स्थित स्टारबेस से उड़ान भरने के बाद मैक्सिको की खाड़ी में नियंत्रित स्पलैशडाउन किया।
403 फुट ऊँचे इस रॉकेट ने योजना के अनुसार उड़ान भरी और कुछ ही मिनटों बाद सुपर हैवी बूस्टर स्टारशिप के ऊपरी चरण से अलग हो गया। बूस्टर ने अपने प्रक्षेप पथ को स्थिर रखने के लिए फ्लिप और कई बर्न अनुक्रमों को अंजाम दिया। हालांकि इस दौरान विस्फोट भी हुआ, लेकिन नियंत्रित स्पलैशडाउन ने सिस्टम के कई अहम तत्वों को सुरक्षित रूप से प्रमाणित किया।
क्यों है यह उड़ान खास?
स्पेसएक्स का अंतिम लक्ष्य सुपर हैवी बूस्टर और स्टारशिप के ऊपरी चरण दोनों को बार-बार पुन: उपयोग में लाना है। इससे अंतरिक्ष प्रक्षेपण की लागत में भारी कमी आएगी। भविष्य की उड़ानों में स्पेसएक्स बूस्टर को लैंडिंग टावर पर “कैच” करने की योजना बना रहा है। इस परीक्षण के जरिए कंपनी ने यह दिखाया कि नियंत्रित वातावरण में सुरक्षित स्पलैशडाउन संभव है।
नासा और मंगल मिशन के लिए अहम कदम
यह 10वीं परीक्षण उड़ान न केवल स्पेसएक्स की प्रगति को दिखाती है, बल्कि इसके दीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए भी अहम है। नासा का आर्टेमिस चंद्र अभियान और एलन मस्क का मंगल ग्रह पर चालक दल मिशन इसी प्रणाली पर आधारित हैं।
भले ही इस साल की यह लगातार दूसरी विफलता मानी जा रही हो, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार यह स्पेसएक्स के लिए सीखने और सुधार की प्रक्रिया का हिस्सा है। कंपनी चरण-दर-चरण अपनी तकनीक को बेहतर बना रही है और अंतरिक्ष अन्वेषण के भविष्य की नींव मजबूत कर रही है।