भोपाल वेब डेस्क / मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है | राज्य में अब तक 39 मरीजों का इलाज जारी है | कोरोना की चेन तोड़ने के लिए 21 दिन के लॉकडाउन के पांचवे दिन हालात सामान्य रहे | प्रदेश में बढ़ते संक्रमण के बीच राहत की खबर आई। अस्पतालों में भर्ती 39 में से 7 मरीजों की हालात में सुधार पाया गया | इनमें 6 मरीज जबलपुर और 1 मरीज ग्वालियर का है। इन मरीजों को कोरोनावायरस की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इन सातों मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार होने की जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने वीडियो जारी करके भी दी। डॉक्टर्स ने कहा- 3 दिन पहले इन मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। सभी की दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आई है। 4 दिन बाद एक बार फिर से सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे। तीसरे सैंपल की रिपोर्ट के आधार पर ही फैसला लेंगे।
प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से इंदौर में फैला , यहाँ दो मरीजों की मौत दर्ज की गई है | जबकि यहां के विभिन्न अस्पतालों में 24 मरीजों का इलाज जारी है | बताया जा रहा है कि इंदौर में कोरोना
संक्रमित 55 वर्षीय महिला तेजी से ठीक हो रही है। पल्स-बीपी
सामान्य है। बुखार बिल्कुल नहीं है। हालांकि इसके पहले कोरोना संक्रमण की दोबारा
जांच की जाएगी। एक-दो दिन में डिस्चार्ज किया जा सकता है। खातीवाला टैंक निवासी 55 वर्षीय महिला 4 दिन पहले गंभीर स्थिति में अरविंदो अस्पताल में
भर्ती कराया गया था। उसे हर मिनट 8
लीटर ऑक्सीजन देनी पड़ रही थी, लेकिन अब यह एक लीटर प्रति मिनट पर आ गई है।
इंदौर में शनिवार को फिर 5 नए कोरोना पॉजिटिव सामने आए। यहां 5 दिन में औसतन 5 नए केस सामने आए। इंदौर में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 24 हो गई। शनिवार को ग्वालियर में भी बीएसएफ अफसर संक्रमित पाया गया। उसके संपर्क में आए 12 लोगों को क्वारैंटाइन कर जांच के लिए सैंपल भेजे गए। जबलपुर में 8, भोपाल में 3, ग्वालियर-शिवपुरी में 2-2 केस आ चुके हैं। प्रदेश में कोरोना संक्रमित की संख्या 39 हो गई है। अब तक प्रदेश में 2 लोगों की मौत हो चुकी है। 338 संदिग्धों के सैंपल लिए गए, इनमें 264 निगेटिव पाए गए गए। 125 यात्रियों को अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया, जबकि 1060 संदिग्धों को घरों में आइसोलेट किया गया। 80 हजार 670 यात्रियों की जानकारी स्टेट पोर्टल में सर्विलांस के लिए अपलोड की गई।
उधर भोपाल में प्रशासन ने शासकीय रूप से भी क्वारैंटाइन की व्यवस्था की है। आइसोलेशन वार्ड और बेड तैयार किए गए हैं। राज्य के प्रत्येक जिले में मेडिकल मोबाइल यूनिट और रेपिड रिस्पॉन्स टीम गठित की जा रही है। जांच का कार्य प्रभावी रूप से किया जा रहा है। अस्पताल, उनमें काम करने वाली चिकित्सीय टीम और अत्यावाश्यक सेवा से जुड़े सभी लोगों को संक्रमण से मुक्त रखने के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने शहर के 2605 रहवासियों को होम आइसोलेशन में रखा है। डॉक्टर्स को सभी की सेहत में हो रहे बदलावों की निगरानी रोजाना करने के निर्देश दिए।
कोरोनावायरस से
रोकथाम के लिए हर जिले में टेलीमेडिसिन यूनिट स्थापित की जाएंगी। इसके साथ ही जिला
स्तर पर एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा। बाहर से आने वालों की सूची बनाई जाएगी।
शनिवार को प्रमुख सचिव हेल्थ पल्लवी जैन गोविल ने कहा है कि कोरोनावायरस के
संक्रमण को रोकने और संभावित व्यक्तियों की सतत स्वास्थ्य निगरानी के लिए सभी
जिलों में टेली मेडिसिन यूनिट स्थापित की जा रही हैं।