
नई दिल्ली। देश में बीते 24 घंटों के भीतर 2.38 लाख नए लोग कोरोना से संक्रमित (Corona Positive) पाए गए हैं। बीते दो दिनों पहले यह आंकड़ा पौने 3 लाख के करीब था। जिसके मुकाबले आई कमी को राहत के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन हकीकत यह है कि इन दो दिनों में कई राज्यों में टेस्टिंग कम हुई है, जिसकी वजह से पॉजिटिविटी (Positivity) के आंकड़े कुछ कम नजर आ रहे हैं।
दो राय नहीं कि दिल्ली (Delhi) और महाराष्ट्र (Maharashtra) में अब गिरावट दर्ज की जा रही है, लेकिन देश के बाकी राज्यों में फिलहाल राहत का मामला नहीं है, बल्कि सख्ती और सतर्कता की आवश्यकता अब भी है। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश (UP) में कोरोना (Corona) के बढ़ते मामलों को देखते हुए पाबंदियों (Restrictions) को और भी ज्यादा सख्त कर दिया गया है। तो असम जैसे छोटे राज्य में सीएम हेमंत बिस्वा सरमा (CM hemant Biswa) ने वैक्सीनेशन (Vaccination) को अनिवार्य कर दिया है, जिसके बगैर किसी को पब्लिक पैलेस में जाने की अनुमति नहीं होगी।
केरल और कर्नाटका में भी हालात नियंत्रण में होने के बावजूद सख्त निर्देश जारी किए गए हैं, तो मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सरकारों ने जिला प्रशासन को अपने स्तर पर सख्तियां बढ़ाने की छूट दे दी है, जिसका असर नजर आ रहा है।
सीनियर डॉक्टर की नसीहत
इस बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सीनियर डॉक्टर संदीप नायर (Dr. sandeep Naiar) ने कहा है कि ‘पिछले 2 दिन से देश में कोरोना के मामले कम हुए हैं लेकिन हमें इसे हल्के में नहीं लेना है क्योंकि हमने अगर एहतियात में ढील दी तो मामले फिर से बढ़ने लगेंगे। मामले को कम करने के लिए हम सबको मेहनत करना होगा।’
संयमित रहना बेहद जरूरी
देश के सभी राज्य इस वक्त तीसरी लहर (Third Wave) की चपेट में हैं। हालांकि वैक्सीनेशन (Vaccination) की वजह से तीसरी लहर का व्यापक असर नजर नहीं आ रहा है, मरीजों को ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है, लेकिन खतरा बच्चों (Children’s) पर मंडरा है, जिनके लिए फिलहाल वैक्सीन (Vaccine) नहीं आया है। लिहाजा संयम बेहद जरुरी है।