Sleepiness after lunch: रात में खाने के बाद तो सभी को नींद आती है, लेकिन दोपहर में खाने के बाद नींद आना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है. लेकिन ज्यादातर दोपहर के समय हमें नींद घेर लेती है. चाहे आप वर्किंग में हो या घर पर काम करने वाली महिला हो दोपहर का खाना खाने के बाद हर किसी को भयंकर वाली नींद आती है. इस समय हल्का नैप लेना बुरा नहीं है बल्कि यह आपकी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है.
लेकिन अगर खाना खाने के बाद आपको 2 से 3 घंटे की नींद आने लगती है और आपकी पलकें लगातार झपकते रहती हैं तो यह खतरे की घंटी है. दोपहर में नींद आने के पीछे और क्या वजह है चलिए आपको बताते हैं.
ज्यादा कैलोरी वाला भोजन भी एक वजह
ज्यादा कैलोरी वाला भोजन करने से भी नींद आने लगती है. प्रोटीन वाले ज्यादातर फूड्स में ट्रिप्टोफैन नाम का केमिकल पाया जाता है. ट्रिप्टोफैन हमारी नींद को कंट्रोल करने का काम करता है. इसके ज्यादा होने पर नींद आने लगती है.
क्या करें कि दोपहर में खाने के बाद नींद न आए?
फ़ाइबर वाले भोजन का सेवन करें. रोज सही समय पर भोजन करें. एक बार में ज्यादा न खाएं.
जरूरत से ज्यादा भोजन न करें
आपने भले ही गौर न किया हो लेकिन जब भी आप जरूरत से ज्यादा भोजन कर लेते हैं तो आपको थकान और नींद आने लगती हैं. इसलिए कभी भी जरूरत से ज्यादा भोजन न करें. भले ही खाना का स्वाद कितना ही अच्छा क्यों न हो भूख जितनी हो उतना ही भोजन करें. इसके अलावा खाना खाते समय कभी भी जंक फूड न खाएं. इससे भी आपको नींद आती है. इस बात को जान लें कि खाने में आप जितना हैवी फूड खाएंगे शरीर को पचाने के लिए उसे उतनी ही ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी.
इस तरह ही करें भोजन
हमेशा नाश्ते में फाइबर से संपन्न फूड ही शामिल करें और खाने को छोटे-छोटे टुकड़ों में ही चबाएं। एक दम से खाना मुंह में भर लेने से आधा भोजन आप निगल जाते हैं और ये पेट में सीधा चला जाता है, जिससे पाचन क्रिया धीमी हो जाती है और आप थका-थका महसूस करने लगते हैं।