रिपोर्टर – उपेंद्र डनसेना
रायगढ़ / छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है | यहां एक उफनती नदी में बाढ़ का नजारा देखने के लिए सैकड़ों लोग इक्क्ठा थे | नदी किनारे इस उफनती नदी को देखने के लिए ग्रामीणों का तांता लगा हुआ था | इस बीच एक युवक अपने तीन बच्चों के साथ नदी के तट पर पंहुचा था | देखते ही देखते उसने अपने तीनो बच्चों को नदी में फेंक दिया। इसके बाद खुद भी नदी में कूद गया | इस नजारे को जिसने भी देखा उसकी रूह कांप गई | उन्हें इतना भी समय नहीं मिला कि वो इस युवक को समझा-बुझा पाते | इस घटना के बाद मौके पर गहमा गहमी मच गई | चारों व्यक्ति लहरों में समा गए | मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज कर जांच शुरू कर दी है | पुलिस ने गोताखोरों की मदद से उन शवों की खोजबीन शुरू कर दी है | घटना धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र की है।
पुलिस जांच में यह तथ्य सामने आया है कि 38 वर्षीय कार्तिकेश्वर राठिया नामक शख्स अपने तीन बच्चों के साथ माड़ नदी के तट पर पंहुचा था | वो एसईसीएल खदान में कार्यरत है | बताया जाता है कि कार्तिकेश्वर परिवार के साथ किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मदनपुर इलाके में आया हुआ | यहाँ उसका पत्नी से किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। गुस्से में वो बाइक पर अपने चारों बच्चों को लेकर निकल पड़ा था | इस दौरान उसके खतरनाक इरादे परिजन भांप नहीं पाए | अपने 4 बच्चों को बाइक पर लेकर सीधा वो नदी के उस मुहाने पर आ गया जहां पानी का उफान जोरो पर था | नदी के एडु नामक पुल पर से कार्तिकेश्वर ने एक के बाद एक बच्चों को मांड नदी के उफनते पानी में फेंकना शुरू किया | तीन बच्चों को वो पानी पर फेंक चूका था | इस दौरान कई लोग उसे पकड़ने दौड़े | उन्हें अपनी ओर आता देख यह शख्स भी पानी में कूद पड़ा | लेकिन इस गहमा गहमी में एक बच्चा बच गया | कातिल पिता को उसे पानी में फेंकने का मौका नहीं मिल पाया |
उधर बाढ़ की स्थिति के चलते चारों लाशे नहीं मिल पायी है | घटना में जिस बच्चे की जान बची है , वह भी बेहद तनाव में है | फ़िलहाल पुलिस ने पीड़ित परिवार को घटना की जानकारी देकर अपनी विवेचना शुरू कर दी है |