दिल्ली / कोरोना वायरस से पूरी दुनिया लड़ रही है | कई देशों में कोरोना वायरस ने जहाँ अर्थव्यवस्था और उद्योग धंधों को पटरी से उतार है, वही छात्रों को भी पढाई का नुकसान उठाना पड़ रहा है | देश -विदेश में स्कूल ठप पड़े है | हालाँकि कुछ देशों ने स्कूल शुरू करने की पहल की | पहले की तरह क्लास शुरू हुई | लेकिन एक ही हफ्ते में रिजल्ट भी आ गया | पहले हफ्ते में 250 बच्चे और टीचर कोरोना संक्रमित पाए गए |
अब उन बच्चों और टीचर के परिजनों पर भी संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है | मामला कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले देश अमेरिका का है | अब यहाँ स्कूली बच्चों पर भी इस जानलेवा महामारी के कहर नजर आ रहा है | सरकार को स्कूलों को खोलने की इजाजत देना भारी पड़ गया है | अमेरिका के जॉर्जिया जिले में स्कूल खुलने के महज एक हफ्ते के भीतर 250 से अधिक छात्र और शिक्षक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं |
बताया जाता है कि सोशल डिस्टेंसिंग और कई उपायों के बावजूद ये बच्चे संक्रमित पाए गए | नतीजतन स्कूलों को फिर बंद करने का फैसला लिया गया है | अटलांटा के चेरोकी काउंटी स्कूल ने अपनी वेबसाइट पर कोरोना वायरस के इन मामलों की जानकारी दी है | इसमें बताया गया है कि शुक्रवार तक 12वीं कक्षा के 11 छात्र कोरोना संक्रमित पाए गए है | उसके मुताबिक शेष संक्रमितों की संख्या पहली से 10वीं तक 250 तक पहुंच गई है | स्कूल नोटिस में अलर्ट जारी कर एहतियातन स्कूल के ऐसे छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को 14 दिनों के लिए आइसोलेशन में भेज दिया गया है | यही नहीं छात्रों को इस दौरान ऑनलाइन पढाई के निर्देश दिए गए है |
एलेक्स डेबर्ड नाम के शख्स ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उनका बेटा दो सप्ताह के लिए उनसे अलग हो गया है | पीड़ित परिजन ने कहा कि बचपन में शिक्षा की शुरुआत के दौरान ही उनके बेटे को दूर कर देना उसके लिए निराशाजनक है | उन्होंने बताया कि उनके बच्चे ने सोमवार को स्कूल जाना शुरू किया था | तीन दिन बाद कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद बुधवार को ही उसे घर भेज दिया गया | अब वे उसका इलाज करा रहे है |
बताया जाता है कि जिस इलाके के स्कूल में छात्र और शिक्षक संक्रमित पाए गए हैं वहां करीब 40 स्कूल और स्टडी सेंटर्स हैं | इन स्कूलों में 42 हजार 200 छात्र और करीब 4800 कर्मचारी काम करते हैं | उधर कोरोना संक्रमण के फैलने से छात्र और शिक्षक सकते में आ गए है | स्कूल के अधीक्षक ब्रायन हॉइटवर ने छात्रों के परिजनों को लिखे एक पत्र में कहा कि अब छात्रों और कर्मचारियों का हर दिन कोरोना टेस्ट किया जाएगा | उनके मुताबिक एक महामारी के दौरान वे स्कूलों का संचालन कर रहे हैं |”
उन्होंने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अतिरिक्त उपाय करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया | इस बीच पता पड़ा है कि पालकों के दबाव के बाद गवर्नर ने सभी स्कूलों को आगामी आदेश तक बंद रखने के निर्देश दिए है | इधर भारत में सितंबर माह से स्कूलों को खोलने की प्रक्रिया पर विचार हो रहा है | ऐसे समय अमेरिका के इन स्कूलों की व्यवस्था और प्रभावों पर भी सरकार को अध्ययन करना होगा |