
नई दिल्ली। राज्यसभा में मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर को लेकर हुई विशेष चर्चा में आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने सुरक्षा चूक, खुफिया तंत्र की विफलता, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारत की भावनाओं के साथ विश्वासघात हुआ है।
शहीदों को श्रद्धांजलि के साथ शुरू किया भाषण
संजय सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए भारतीय सैनिकों और कश्मीर के 16 नागरिकों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सेना की बहादुरी को हम बार-बार प्रणाम करेंगे, लेकिन सरकार की असफलता को लेकर सवाल जरूर पूछेंगे। उन्होंने शहीद शुभम द्विवेदी के परिवार से मुलाकात का जिक्र करते हुए सरकार से पीड़ित परिवारों को “शहीद” का दर्जा देने की मांग की।
सुरक्षा और खुफिया तंत्र पर उठाए गंभीर सवाल
उन्होंने पहलगाम के बैसरन में हुए आतंकी हमले को लेकर सरकार की तैयारियों की पोल खोली। “आखिर 5 आतंकवादी 200 किलोमीटर भारत में अंदर तक कैसे घुस आए?” — संजय सिंह ने पूछा। उन्होंने बताया कि सरकार ने कहा था कि बैसरन घाटी केवल अमरनाथ यात्रा के समय खुलती है, जबकि असलियत यह है कि वह घाटी हमेशा खुली रहती है और वहां कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी।
अमेरिका की मध्यस्थता को बताया विश्वासघात
संजय सिंह ने गंभीर आरोप लगाया कि सीजफायर की घोषणा 10 मई को अमेरिका से हुई, न कि भारत से। उन्होंने कहा, “भारत का ऐतिहासिक स्टैंड रहा है कि किसी तीसरे देश की मध्यस्थता नहीं स्वीकारेगा, लेकिन मोदी सरकार ने यह रुख तोड़ा।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारत सरकार आईएसआई चीफ से बातचीत कर रही थी, जब भारतीय सैनिक सीमा पर लड़ रहे थे।
पाकिस्तान को UN में उपाध्यक्ष बनाए जाने पर नाराजगी
उन्होंने पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र की एंटी-टेरर कमेटी का उपाध्यक्ष बनाए जाने को भारत के लिए अपमानजनक बताया और पूछा कि आतंकवादियों को पनाह देने वाला देश आखिर कैसे ऐसी जिम्मेदारी पा सकता है।
पीएम की प्राथमिकताओं पर कसा तंज
संजय सिंह ने कहा कि जब पूरा देश पहलगाम हमले के बाद पीड़ितों के साथ खड़ा था, तब प्रधानमंत्री मोदी बिहार में चुनाव प्रचार कर रहे थे। उन्होंने कहा, “पीएम अदृश्य रहते हैं, उन्हें शारीरिक रूप से कहीं आना जरूरी नहीं होता।” उन्होंने पीएम के सदन में अनुपस्थिति पर भी निशाना साधा।
अग्निवीर और ड्रग्स-आतंकवाद पर सरकार को घेरा
संजय सिंह ने अग्निवीर योजना को सेना के सम्मान के खिलाफ बताया और दावा किया कि सेना में 1.80 लाख की कमी आई है। साथ ही, उन्होंने अडानी के मुंद्रा पोर्ट पर पकड़े गए ड्रग्स को आतंकवाद से जुड़ा बताते हुए पूछा कि “प्रधानमंत्री अडानी पर चुप क्यों हैं?”
चीन-पाकिस्तान गठजोड़ पर चिंता
उन्होंने बताया कि चीन से 37 लाख करोड़ रुपये का आयात हो रहा है, जो अंततः पाकिस्तान को मिसाइल देने और आतंकवाद बढ़ाने में मदद कर सकता है।