Republic Day 2023: देश ने आज धूमधाम के साथ कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस का उत्सव मनाया. इस बार के मुख्य अतिथि मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल सीसी थे. इस साल मनाए गए गणतंत्र दिवस की दो खासियतें थे, पहली कि इस बार परेड में प्रदर्शित किए गए सभी हथियार भारत में बने थे, तो वहीं इस बार इस परेड की थीम नारी शक्ति थी. मेड इन इंडिया को ध्यान में रखते हुए इस बार राष्ट्रपति को दी जाने वाली 21 तोपों की सलामी भारत में बनी बैरल्स से दी गई.
इन तोपों का निर्माण और उत्पादन भारत में ही हुआ. 8711 फील्ड बैटरी के गनर्स ने पारंपरिक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली ब्रिटिश युग की 25 पाउंडर तोपों की जगह स्वदेशी निर्मित 105 मिमी भारतीय फील्ड गन्स का इस्तेमाल करते हुए राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी थी. भारत सरकार ने यह कदम मोदी सरकार के मेक इन इंडिया कार्यक्रम को आगे बढ़ाने को ध्यान में रखते हुए लिया है.
मिस्र के राष्ट्रपति थे मुख्य अतिथि
यह सरकार द्वारा औपनिवेशिक युग के अवशेषों से दूर जाने का भी एक प्रयास है. मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अल सीसी गुरुवार को दुनिया के उन चुनिंदा नेताओं में शामिल हो गए जिन्होंने भारत का गणतंत्र दिवस समारोह देखा है. मिस्र के राष्ट्रपति अल सीसी इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि हैं.
उन्होंने आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अनेक नेताओं के साथ कर्तव्यपथ पर रंगारंग गणतंत्र दिवस परेड देखी. यह पहला अवसर है जब मिस्र के किसी राष्ट्रपति को भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बनाया गया है.
दो साल बाद कोई विशिष्ट अतिथि आए भारत
अल सीसी मंगलवार को भारत यात्रा पर आए और बुधवार को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ व्यापक चर्चा की. भारत के गणतंत्र दिवस समारोह पर हर वर्ष विश्व के किसी देश के नेता को आमंत्रित किया जाता है. कोविड-19 महामारी के कारण वर्ष 2021 और 2022 में गणतंत्र दिवस समारोह पर कोई मुख्य अतिथि नहीं थे.