छत्तीसगढ़ के कई गांव-शहरों में केमिकल से बने पनीर की बिक्री, रायपुर में फैक्ट्री सील, 2500KG पनीर जब्त, कई होटल-रेस्टोरेंट्स में सप्लाई जोरो पर…

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रायपुर: छत्तीसगढ़ के कई गांव शहरों में केमिकल से बने पनीर की बिक्री जोरो पर है। आम ग्राहक समझ ही नहीं पाते की वे असली पनीर खा रहे या केमिकल युक्त घटिया पनीर से बना व्यंजन। रायपुर में खाद्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बीरगांव इलाके की एक फैक्ट्री पर छापा मारा है। काशी एग्रो फूड्स के नाम से संचालित इस फैक्ट्री में 2500 किलो नकली पनीर जब्त किया गया है। इस नकली पनीर की सप्लाई रायपुर समेत आसपास के कई शहरों में थोक पर होती थी। यही नहीं शादी-ब्याह से लेकर विभिन्न आयोजनों में होटलों-रेस्टोरेंट्स में इसी फैक्ट्री से पनीर की आपूर्ति होती है। फैक्ट्री का संचालक शिवम गोयल नामक आगरा निवासी कारोबारी बताया जाता है।

खाद्य विभाग के अफसर जांच के समय हैरत में पड़ गए, जब इस पनीर में दूध की एक बूंद भी नहीं मिली। बताया जाता है कि यह पनीर खराब क्वॉलिटी के तेल और कई हानिकारक केमिकल से तैयार किया जाता था। खाद्य विभाग की 4 घंटे तक चली जांच में फैक्ट्री में तैयार किये जा रहे नकली पनीर में इस्तेमाल होने वाले कई तरह के केमिकल भी भारी मात्रा में मिले है। अफसरों ने बताया कि डालडा, हाइड्रोक्लोरिक एसिड, स्कीम मिल्क पाउडर मिलाकर पनीर तैयार किया जाता था। जबकि पनीर सही तरीके से दूध से बनाया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि, पनीर को ओडिशा भेजा जाता था।

अधिकारियों के मुताबिक फैक्ट्री से कई दस्तावेज, स्टॉक रजिस्टर, प्रोडक्ट में शामिल इंग्रेडिएंट्स, पैकेजिंग से जुड़े दस्तावेज और कई तरह के बैन केमिकल जब्त किये गए हैं। बताया जा रहा है कि, नकली पनीर बनाने की सूचना मिलने के बाद खाद्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी। इसमें सहायक आयुक्त मोहित बेहरा, नितेश मिश्रा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी राखी ठाकुर, क्षीरसागर पटेल, अजीत बघेल और सतीश राज शामिल थे। औषधि प्रशासन विभाग के नियंत्रक चंदन कुमार के मुताबिक फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। इसके संचालक के खिलाफ FIR भी दर्ज करने के निर्देश दिए गए है।