उपेंद्र डनसेना
रायगढ़। चक्रधरनगर थाना अंतर्गत स्थित बेलरिया गांव से लगे और उड़ीसा सीमा से सटे जंगल में एक वृद्ध की लाश मिलने की खबर से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई । खबर मिलते ही चक्रधरनगर थाना प्रभारी युवराज तिवारी अपने दलबल सहित वारदात स्थल पहुंच गए और चंद घंटो के भीतर ही हत्या के कारणों का पता लगाने के बाद हत्यारे को घटना स्थल से लगे जंगल से ही गिरफ्तार कर लिया है ।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक चक्रधरनगर थानांतर्गत ग्रााम बेलरिया उड़ीसा सीमा से सटा हुआ गांव है । यहां के निवासी नेहरू राणा के मकान का दरवाजा 13 तारीख की रात किसी ने बंद कर दिया था । नेहरू राणा रात में ही इस बात को लेकर प्रेमनाथ प्रधान से विवाद करने लगा और प्रेमनाथ पर घर का दरवाजा बंद कर उसे परेशान करने का आरोप लगाने लगा। वहीं दूसरे दिन सुबह जब प्रेमनाथ खेत की ओर जा रहा था तो राणा ने उसे रास्ते में रोक कर गाली-गलौच किया था । उस वक्त दोनों के बीच विवाद इस कदर बढ़ा कि नेहरू ने आवेश में आकर अपने पास रखी कुल्हाड़ी से प्रेमनाथ प्रधान पर जानलेवा हमला कर दिया । इस हमले से प्रेमनाथ की घटना स्थल पर ही मौत हो गई । तब साक्ष्य छिपाने के लिए नेहरू राणा ने पे्रमनाथ की लाश को जंगल में गाड़ दिया और जंगल की ओर फरार हो गया ।
इधर प्रेमनाथ के अचानक गायब होने पर परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट च्रक्रधरनगर थाने में कराई थी । पुलिस ने छानबीन की तो यह बात सामने आई कि रात में मृतक का गांव के ही नेहरू राणा के साथ मकान का दरवाजा बंद करने को लेकर जमकर विवाद हुआ था । पुलिस ने जब संदेही प्रेमनाथ के बारे में पतासाजी की तो वह गांव से गायब मिला । जिस पर पुलिस का संदेह उसके ऊपर और गहरा हो गया और पुलिस ने नेहरू राणा की पतासाजी की तो पास में ही ओड़ीसा के जंगल में वह छिपते घुम रहा था जिसे हिरासत में लेकर पुछताछ की गई तथा उसकी निशानदेही पर शव को बरामद कर पुलिस अब आगे की कार्रवाई कर रही है । पुलिस ने इस मामले में आरोपी के खिलाफ भादवि की धारा 302, 201 के तहत जुर्म पंजीबद्ध कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है ।