
अमेरिका ने यूक्रेन की ATACMS मिसाइल क्षमता पर लगाई रोक
अमेरिका, रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग एक नए मोड़ पर पहुंच गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हालिया मुलाकात के बाद पेंटागन ने फैसला लिया कि यूक्रेन अमेरिकी निर्मित लंबी दूरी की ATACMS मिसाइलों का प्रयोग केवल रक्षा तक ही कर सकता है। अब यूक्रेन इन मिसाइलों का इस्तेमाल रूस की सीमा के अंदर आक्रामक हमलों के लिए नहीं कर सकेगा।
इस कदम से रूस के लिए स्थिति सुविधाजनक हो गई है, क्योंकि इससे यूक्रेन की जवाबी क्षमता सीमित हो जाएगी। ट्रंप ने पहले बयान दिया था कि आक्रामकता का जवाब केवल रक्षा से नहीं दिया जा सकता, जिससे यूक्रेन पर अप्रत्यक्ष दबाव भी बना है।
शांति वार्ता पर असर
ट्रंप ने पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच सीधी मुलाकात कराने की कोशिश की, लेकिन यह संभव नहीं हो सका। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने साफ किया कि फिलहाल कोई शिखर बैठक तय नहीं है। इसका मतलब यह हुआ कि शांति वार्ता की उम्मीदें फिर से अधर में हैं।
रूस ने हमले तेज कर दिए
रूस ने यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए हैं। 23 अगस्त को दिनिप्रोपेत्रोव्स्क ओब्लास्ट में रूसी हमलों में एक व्यक्ति की मौत और नौ लोग घायल हुए। सिनेलनिकोवे जिले में 7 मकानों और 1 बस को निशाना बनाया गया। निकोपोल जिले में गैस पाइपलाइन और बिजली की लाइन को नुकसान पहुंचा। खेरसॉन में रूसी FPV ड्रोन ने नागरिकों को निशाना बनाया।
जेलेंस्की के सामने चुनौती
पेंटागन के प्रतिबंध और रूस के बढ़ते हमलों के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। उनके पास अब रूस पर पलटवार करने के सीमित साधन ही बचे हैं, जिससे युद्ध की रणनीति और स्थिति पर सवाल उठने लगे हैं।