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किसान आंदोलन की तुलना खालिस्तानी आंदोलन से करने पर बवाल , सिख संगठन ने बीजेपी सांसद संतोष पांडे के खिलाफ कार्रवाई की मांग की , FIR दर्ज करने की मांग को लेकर कांग्रेस समेत सिख संगठन के पदाधिकारी पहुंचे थाने  

रायपुर / राजनांदगांव से सांसद संतोष पांडेय एक नए विवाद में घिर गए है | किसान आंदोलन को लेकर दिए गए उनके एक बयान से सिख समुदाय के पदाधिकारी भड़के हुए है | रायपुर के सिविल लाइन थाने में छत्तीसगढ़ सिख संगठन के पदाधिकारियों ने शिकायत करते हुए राजनांदगांव के सांसद पांडे के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है । मामला संतोष पांडे के हाल ही में दिए गए एक  बयान से जुड़ा है। शिकायत में कहा गया है कि संतोष पांडे ने किसान आंदोलन की तुलना खालिस्तानी आंदोलन से की है |   

सिख संगठन के संस्थापक सदस्य हरपाल सिंह भामरा ने बताया कि खैरागढ़ कि राजपूत क्षत्रिय भवन में बीजेपी के कार्यक्रम में सांसद संतोष पांडे ने कृषि कानूनों का विरोध कर रहे आंदोलनरत किसानों के लिए नक्सली व खालिस्तानी समर्थक जैसे शब्द इस्तेमाल किए थे । उन्होंने कहा कि यह आंदोलनकारियों की छवि को बिगाड़ने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी आंदोलन कर रहे किसानों को अर्बन नक्सली तक कहा गया था।

छत्तीसगढ़ सिख संगठन ने मांग की है कि संतोष पांडे के खिलाफ राष्ट्रीय अखंडता को प्रभावित करने और दंगा भड़काने वाली धाराओं के तहत रिपोर्ट दर्ज की जाए। उधर सिविल लाइन पुलिस ने छत्तीसगढ़ संगठन के ज्ञापन को लेने के बाद जांच के आधार पर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। सोमवार की रात कांग्रेस ने भी इस मामले में सिविल लाइन थाने पहुंचकर FIR दर्ज करने की मांग की है। कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने बताया कि राजनांदगांव में सांसद की तरफ से किसान आंदोलन की तुलना खालिस्तानी आंदोलन से करना बेहद शर्मनाक है। इस मामले में पुलिस को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई करनी चाहिए।

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