तिरुवंतपुरम / ट्रेन में सफर के दौरान रेलवे के अफसरों को कोरोना संक्रमित एक शख्स की मेडिकल रिपोर्ट मिली | दरअसल यह शख्स ई-पास के जरिये सफर की अनुमति प्राप्त कर चूका था | लेकिन इस तथ्य से अनभिज्ञ था कि वो संक्रमित है | उसने अपना सैंपल भी दिया था | लेकिन रिपोर्ट आने के पहले अपने अगले पड़ाव के लिए ट्रेन में सवार हो चूका था | जब इस शख्स की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई तो प्रशासन ने उसकी खोजबीन की | इस दौरान पता पड़ा कि संक्रमित शख्स रेल में सवार होकर नए ठिकाने की ओर बढ़ चूका है | प्रशासन ने फौरन रेलवे से संपर्क किया | इस दौरान सफर कर रहे यात्री को स्टेशन मास्टर के जरिये संबंधित ट्रेन में सूचना भेजी गई | TTE और रेलवे स्टाफ ने जब उस शख्स को फौरन क्वारंटाइन होने के लिए निर्देशित किया , तो इसकी जानकारी सहयात्रियों को भी लग गई | फिर क्या था , बोगी में सवार यात्रियों ने हंगामा खड़ा कर दिया |
कोरोना वायरस ने भारत में भी कहर बरपा रखा है | ऐसे यात्रियों से भारतीय रेल भी बुरी तरह से प्रभावित हो रही है | दरअसल संक्रमितों की यात्रा से कई यात्री जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे है | कोरोना संक्रमण को लेकर उनकी सुखद यात्रा खटाई में पड़ती नजर आ रही है | लोगों में इस बीमारी को लेकर इस कदर डर समा गया है कि किसी के भी कोरोना संक्रमित होने की खबर मिलने पर लोग उससे दूर भागना शुरू कर देते हैं | ऐसा ही नजारा इस ट्रेन में दिखाई दिया | उस कोच में सवार यात्रियों के बीच उस वक्त हड़कंप मच गया जब उन्हें पता पड़ा कि सहयात्री कोरोना पॉजिटिव है |
मामला कोझिकोड-तिरुवंतपुरम जन शताब्दी एक्सप्रेस का है | यह शख्स इसी ट्रेन में सफर कर रहा था | रेलवे अधिकारियों के मुताबिक कन्याकुमारी का रहने वाला शख्स टेस्ट रिपोर्ट आने से पहले ही ट्रेन में चढ़ चुका था | उनके मुताबिक उसकी मेडिकल रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे जन शताब्दी एक्सप्रेस से उतारकर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है |
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, कोझीकोड जिले के कुन्नमंगलम में इस यात्री कोरोना के कुछ लक्षणों को महसूस करने के बाद अस्पताल में अपने सैंपल दिए थे | कोझीकोड अस्पताल से तीन दिन तक जब कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नहीं मिली तो यह शख्स अपने सफर पर निकल गया | दरअसल वो अपनी गर्भवती पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए अपने गृहनगर जा रहा था |
यह व्यक्ति तमिलनाडु से अपने गृहनगर जाने के लिए ट्रेन में सवार हुआ था | करीब चार-पांच घंटे के सफर के बाद उसे स्वास्थ्य अधिकारियों और रेलवे की ओर से फोन आया | उसे फौरन एर्नाकुलम टाउन रेलवे स्टेशन पर उतरने को कहा गया था | खबरों के मुताबिक, कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद कोझीकोड में स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस यात्री से संपर्क किया था | लेकिन ट्रेन पहले ही स्टेशन से निकल चुकी थी | फिर उन्होंने त्रिशूर जिले में स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचित किया, जब तक वे त्रिशूर स्टेशन पर पहुंचे, तब तक ट्रेन वहां से भी निकल चुकी थी | कड़ी मशक्क्त के बाद रेलवे और स्वास्थ्य विभाग के अमले ने एर्नाकुलम रेलवे स्टेशन में दबिश दी | यहां उसे ट्रेन से उतारकर अस्पताल पहुंचाया गया |
रेलवे अधिकारियों ने न्यूज टुडे को बताया कि उस संक्रमित यात्री के उतरने के बाद, जिस डिब्बे में वो यात्रा कर रहा था उस डिब्बे को सील कर दिया गया है | यही नहीं जो लोग उस पीड़ित यात्री के साथ उस डिब्बे में मौजूद थे , उन्हें भी ट्रेन की दूसरी सीट पर स्थानांतरित कर क्वारंटाइन होने के निर्देश दिए गए है | अब उनके सैंपल भी लिए जाएंगे |