नई दिल्ली। संसद का मानसून सत्र लगातार दूसरे दिन भी भारी हंगामे की भेंट चढ़ गया। मंगलवार को लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही विपक्षी दलों के प्रदर्शन के कारण दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे की वजह बना बिहार में वोटर लिस्ट का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR), जिसे लेकर विपक्ष ने चुनाव आयोग और सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं।
राज्यसभा में विपक्ष के कई सांसदों—जिनमें संजय सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे नेता शामिल हैं—ने नियम 267 के तहत नोटिस देकर इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की। उनका आरोप है कि वोट काटने और जोड़ने की प्रक्रिया में धांधली की जा रही है, जो लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है।
सपा सांसद ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा, “अगर SIR के नाम पर वोटों की हेराफेरी की जा रही है, तो फिर संसद की कार्यवाही चलने का क्या औचित्य है?”
संसद भवन के बाहर भी विपक्ष का प्रदर्शन
सदन के अंदर हंगामे के साथ-साथ संसद भवन के बाहर भी विपक्षी सांसदों ने जोरदार प्रदर्शन किया। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव जैसे नेता इस प्रदर्शन में शामिल हुए और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए।
बुधवार को भी हंगामे के आसार
सोमवार के बाद मंगलवार भी बेकार जाने के बाद बुधवार को भी संसद के हंगामेदार रहने की पूरी संभावना है। मंगलवार को कार्यवाही पहले 12 बजे तक, फिर 2 बजे तक, और अंततः बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। गौरतलब है कि मानसून सत्र 21 जुलाई से 21 अगस्त तक चलेगा और इस दौरान कुल 18 दिन सदन की कार्यवाही प्रस्तावित है।
