Rohit Sharma’s Test Captaincy: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल गंवाने के बाद से ही रोहित शर्मा की कप्तानी पर सवाल खड़े हो रहे हैं. उन्होंने कप्तानी से हटाए जाने की भी बात कही जा रही है. अब रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि वेस्टइंडीज़ दौरे पर खेले जाने वाले दो टेस्ट मैचों के बाद रोहित शर्मा टेस्ट कप्तानी गंवा सकते हैं.
हालांकि रोहित शर्म की कप्तानी पर कोई खतरा नहीं है लेकिन उन्हें वेस्टइंडीज़ के खिलाफ खेले जाने वाले दो टेस्ट मैचों में अच्छ प्रदर्शन करना होगा. वेस्टइंडीज़ दौरे बाद शायद रोहित शर्मा बीसीसीआई के साथ बैठें और टेस्ट में अपना फ्यूचर तय करेंगे. टीम इंडिया के घटनाक्रम की जानकारी रखने वालों की मानें तो जब तक रोहित शर्मा खुद नहीं चाहेंगे, तब तक वे वेस्टइंडीज़ दौरे पर कप्तानी से हट नहीं सकते.
बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने गोपनियता की शर्त पर न्यूज़ एजेंसी ‘पीटीआई’ से बात करते हुए कहा, “यह सब आधारहीन बाते हैं कि रोहित शर्मा को कप्तानी से हटाया जाएगा. हां, क्या वह पूरे दो साल के डब्ल्यूटीसी चक्र तक रहेंगे, ये बड़ा सवाल है क्योंकि जब तीसरा संस्करण 2025 में खत्म होगा तो वो करीब 38 साल के हो जाएंगे.”
अधिकारी ने कहा, “फिलहाल मेरा मानना है कि शिव सुंदर दास और उनके साथियों को दो टेस्ट के बाद फैसला करना होगा और उनकी बल्लेबाजी फार्म को देखना होगा.” बीसीसीआई बाकी खेल संगठनों से काफी अलग तरीके से काम करता है.
अधिकारी ने आगे बताया, “वेस्टइंडीज़ के बाद, दिसंबर तक हमारे पास कोई टेस्ट मैच नहीं है जब टीम साउथ अफ्रीका का दौरा करेगी. इसलिए सिलेक्टर्स के पास फैसला करने के लिए काफी वक़्त होगा. जब तक पांचवें चयनकर्ता (नए अध्यक्ष) भी पैनल से जुड़ जाएंगे और फैसला हो सकेगा.”
भारतीय घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले जानते हैं कि अफ्रीका के खिलाफ सीरीज़ गंवाने के बाद विराट कोहली ने कप्तानी छोड़ दी थी और शुरुआत में रोहित टेस्ट कप्तान बनने के उत्सुक नहीं थे क्योंकि उन्हें नहीं पता था कि उनकी बॉडी साथ दे पाएगी या नहीं.
अधिकारी ने आगे बताया, “उस वक़्त दो शीर्ष लोगों (पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और मौजूदा सचिव जय शाह) ने रोहित शर्मा को कप्तानी के लिए मनाया क्योंकि साउथ अफ्रीका में केएल राहुल बतौर कप्तान प्रभावित नहीं कर सके थे. नागपुर की चुनौतीपूर्ण पिच पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 120 रनों की शानदार पारी को छोड़कर रोहित उस तरह के रन नहीं बना पाए हैं जिसकी उम्मीद उनके जैसी क्षमता वाले खिलाड़ी से की जाती है.”