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रिटायर कर्मचारी हो जाये सावधान, पेंशन पेमंट ऑर्डर अपडेट कराने के नाम पर गाढ़ी कमाई ठग रहा गैंग, जाँच में जुटी पुलिस

नोएडा / अगर आप सरकारी कर्मचारी या फिर अधिकारी के पद से रिटायर हुए हैं तो सावधान हो जाएं। जालसाजों का एक फोन आपके जिंदगी भर की गाढ़ी कमाई में सेंध लगा सकता है। इन दिनों ट्रेजरी ऑफिस का कर्मी बनकर पेंशन पेमंट ऑर्डर अपडेट करने के नाम पर ठगी करने वाला गैंग सक्रिय है। गैंग के पास अधिकारियों और कर्मचारियों के पीपीओ नंबर, रिटायरमेंट डेट के साथ साथ, ग्रेचुएटी का साल व पैसे की भी जानकारी है। ऐसे में यह जालसाज रिटायर अधिकारियों और कर्मचारियों को भरोसे में लेकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं।

बता दें कि इसी तरह ठगों ने दो महीने पहले बागपत के रहने वाले पीएसी के रिटायर्ड एएसआई से 31 लाख रुपये की ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। उधर, पुलिस अफसरों का मानना है कि जालसाज के हाथों में सरकारी ट्रेजरी ऑफिस का डेटा पहुंच गया है। अब यह जालसाज रिटायर हुए कर्मचारियों व अधिकारियों को पेंशन पेमेंट ऑर्डर अपडेट करने के नाम पर उनसे ठगी कर रहे हैं। इस वारदात में भी साइबर थाना पुलिस जामताड़ा गैंग पर शक जताते हुए जांच कर रही है।

पुलिस ऑफसरों की माने तो ये गैंग ठगी के बेताज बादशाह कहे जाने वाले झारखंड के जामताड़ा से ऑपरेट हो रहा है। गैंग के सदस्य दिल्ली-एनसीआर से लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में रहकर ठगी करते हैं। ठगी का पैसा फर्जी अकाउंट में ट्रांसफर करते हैं। वहीं जिस सिम से कॉल करते हैं वह भी किसी अन्य शख्स की आईडी पर होता है। ऐसे में इन जालसाजों तक पहुंचना काफी मुश्किल है। जामताड़ा में शायद ही ऐसा कोई दिन खाली जाता होगा जब जालसाजों की तलाश में विभिन्न प्रदेशों की पुलिस यहां ना पहुंचती हो।

जामताड़ा के जालसाज दिल्ली-एनसीआर के अलावा देश के विभिन्न शहरों में किराये के अकाउंट खरीदते हैं। ठगी के बाद इन ऑनलाइन अकाउंट में एक साथ पैसा ट्रांसफर कर तुरंत निकाल लेते हैं। इन अकाउंट में छोटी-छोटी रकम ट्रांसफर कर निकाल लिया जाता है। मोटी रकम ये कभी किराये के अकाउंट में ट्रांसफर नहीं करते। वहीं किसी अकाउंट से मोटी रकम निकालने में फंसने के भी चांस ज्यादा होते हैं।

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