Reports: कई सीनियर खिलाड़ियों के मैदान से दूरियां बनाने के बाद टीम इंडिया की कमान सूर्यकुमार को, आखिर क्यों सौंपी गई बागडोर? हार्दिक पांड्या को लेकर इस रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

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नई दिल्ली/मुंबई: हरफनमौला क्रिकेटर सूर्यकुमार के नेतृत्व में भारत और श्रीलंका के बीच शुरू होने वाली टी20 और वनडे सीरीज भारतीय क्रिकेट के नए अध्याय की शुरुआत करेगी। इस महीने के अंत में यह सीरीज सुर्ख़ियों में रहेगी। नए मुख्य कोच गौतम गंभीर के मार्गदर्शन में टीम और अधिक उपलब्धियां हासिल करने के मिशन पर मैदान में उतरेगी। हालांकि, इस सीरीज के लिए भारत की टी20 टीम में कई बड़े बदलाव हुए हैं। टी20 विश्व कप 2024 की जीत के बाद और रोहित शर्मा के प्रारूप से संन्यास लेने के बाद, यह माना जा रहा था कि नामित उप-कप्तान हार्दिक पांड्या को कप्तान के रूप में पदोन्नत किया जाएगा। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ।

चयनकर्ताओं ने चौंकाने वाला फैसला लेते हुए धुरंधर बैट्समैन सूर्या को टीम इंडिया का कप्तान बनाया है। कई सीनियर खिलाड़ी अब इस बारे में काफी चर्चा कर रहे है। हार्दिक को कप्तान क्यों नहीं बनाया गया, इसे लेकर माथापच्ची का दौर जारी है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि खिलाड़ियों के मन में हार्दिक को लेकर असहजता की भावना ने सूर्यकुमार को कप्तान बनाने में मदद की। इस टीम में हार्दिक को उपकप्तान तक नहीं रखा गया है। जबकि शुभमन गिल वनडे और टी20 दोनों सीरीज में उप कप्तान होंगे। हार्दिक अपनी चोट से पहले पिछले साल 50 ओवर के विश्व कप में उप-कप्तान भी थे।

हालांकि, अब शुभमन गिल को दोनों प्रारूपों में उप कप्तान नियुक्त किया गया है जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि चयन समिति और गंभीर नेतृत्व विकल्प के रूप में हार्दिक से आगे के बारे में सोचना चाहते हैं। हार्दिक का लगातार चोटिल होना भी उनके खिलाफ गया है। जानकारी के मुताबिक, हार्दिक ने एक जनवरी, 2022 से भारत के लिए कुल 79 में से 46 टी20 अंतरराष्ट्रीय खेले हैं। वहीं, इस अवधि में सूर्यकुमार केवल कुछ मैच नहीं खेले थे। वह भी इस वजह से कि उनकी स्पोर्ट्स हर्निया की सर्जरी हुई थी। सूर्या ने पिछले साल नवंबर में टी20 सीरीज में कप्तानी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 4-1 से हराने में मदद की थी और फिर दक्षिण अफ्रीका में 1-1 से ड्रॉ खेला था।

बताते है कि सूर्यकुमार के मानव प्रबंधन कौशल ने बीसीसीआई चयनकर्ताओं को प्रभावित किया। जब ईशान किशन पिछले साल दक्षिण अफ्रीका दौरे के बीच में भारत की टीम छोड़ने वाले थे, तो ऐसा कहा जाता है कि सूर्यकुमार ने उन्हें वापस रहने के लिए मनाने की कोशिश की थी। बताया जाता है कि उन्होंने मौकों का फायदा उठाने के लिए फ्रिंज खिलाड़ियों से बात की है। एक अन्य विचारधारा यह भी है कि सूर्यकुमार की बातचीत करने की शैली रोहित की तरह है और खिलाड़ी उनसे बात करने में सहज रहते हैं। उन्हें हार्दिक पर तरजीह देने के पीछे यह भी कारण बताया जा रहा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल में ऐतिहासिक अंतिम ओवर फेंकने वाली टी20 विश्व कप विजेता टीम के उप कप्तान हार्दिक को अगरकर और गंभीर ने मंगलवार को अपने फैसले के बारे में सूचित किया था।

क्रिकेट के जानकार बताते है कि खिलाड़ियों का विश्वास जीतने में सूर्यकुमार कामयाब रहे। ऐसा माना जा रहा था कि पांड्या की फिटनेस काफी हद तक कप्तानी से हटाने के पीछे के कारणों में से एक हो सकती है। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि खिलाड़ियों के विश्वास के कारण ज्यादातर वोट सूर्यकुमार के पक्ष में गया था। रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई को जो ‘फीडबैक’ मिला, वह यह है कि खिलाड़ियों ने पांड्या की तुलना में यादव पर अधिक भरोसा किया है। वे उनके साथ खेलने को लेकर सहज थे। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दो दिनों में कई घंटों तक चली चयन बैठक किसी भी अन्य बैठक के विपरीत थी, क्योंकि गर्म बहस और विचारों में मतभेद थे। उन खिलाड़ियों को कॉल किए गए, जो चयनकर्ताओं के दीर्घकालिक योजनाओं में शामिल थे।