नई दिल्ली/ रायपुर/ श्रीनगर: देश में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के कंगन क्षेत्र में रविवार को बादल फटने से कई वाहन मलबे में फंस गए है। श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पड़वबल के पास मलबा गिरने से आवाजाही बंद है। इससे कश्मीर घाटी का लद्दाख से संपर्क टूट गया है। हालांकि, आज तड़के खबर आ रही है कि सेना ने मलबा हटाकर इस सड़क पर आवाजाही बहाल कर दी है। जबकि छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले से हृदय विदारक घटना सामने आई है। राज्य के डिप्टी CM अरुण साव के भांजे तुषार साहू (21) की कवर्धा के रानीदहरा वॉटरफॉल में डूबने से मौत हो गई है।
बताते है कि उनकी खोजबीन के लिए 16 घंटे से जारी सर्च ऑपरेशन पर आज तड़के रोक गई है। दरअसल, सोमवार सुबह तुषार का शव बरामद कर लिया गया है। SDRF और स्थानीय पुलिस की टीम रविवार रात से वॉटरफॉल के इलाके में इस नौजवान की खोजबीन में जुटी थी। जानकारी के मुताबिक बेमेतरा के नवापारा से तुषार अपने 6 दोस्तों के साथ जलप्रपात का लुफ्त उठा रहा था। सैर-सपाटे के बीच रविवार शाम करीब 5.30 बजे ये सभी दोस्त नहाने के लिए वॉटरफॉल में उतरे थे। देखते ही देखते अचानक, तुषार पानी में गायब हो गया। सभी दोस्त उसकी तलाश करते रहे, लेकिन पता नहीं चल पाया। फ़ौरन घटना की सूचना पुलिस को दी गई।
कवर्धा एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव के मुताबिक तुषार साहू अचानक से वह गहरे पानी में समा गया, और फिर डूबता चला गया। घटना बोडला थाना इलाके की बताई जाती है। उन्होंने यहाँ सैर – सपाटे पर आने वालों से सतर्कता बरतने की अपील की है। बताते है कि कवर्धा जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर बोड़ला विकासखंड में रानीदहरा वाटरफॉल में रोजाना हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं।
उधर हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। यहाँ लगातार शव मिल रहे है, पहाड़ी इलाकों से कई पर्यटक लापता बताये जाते है। राज्य में पानी में बहने वाले मृतकों की संख्या 13 से ज्यादा हो गई है। मंडी के राजबन में दो और शव मिले हैं।
हिमाचल में 45 लापता लोगों की तलाश जारी है। श्रीखंड यात्रा के पहले पड़ाव सिंघगाड में ठहरे दो पर्यटक भी लापता हैं। इस तरह तीन जिलों में छह जगहों पर बादल फटने की घटनाओं के बाद 45 लोग लापता बताये जाते हैं। इनमें रामपुर के समेज में 36, बागीपुल में पांच, मंडी के राजबन और कुल्लू जिले के श्रीखंड में दो-दो लोग लापता हैं। इधर जम्मू के गांदरबल जिले के एडीसी गुलजार अहमद ने न्यूज़ टुडे को बताया कि बादल फटने की घटना में पानी के तेज बहाव के कारण मलबा आने से कई लोगों के घर प्रभावित हुए हैं, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
एसडीएम बिलाल मुख्तार ने अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को मौसम की पूरी जानकारी लेने के बाद ही आगे बढ़ने की सलाह दी है। इस इलाके में खराब मौसम की वजह से कटड़ा में हेलीकॉप्टर सेवा भी बाधित है। बाढ़ और भारी बारिश का कहर उत्तराखंड में भी देखने को मिल रहा है। यहाँ अब तक 17,000 लोगों को बचाया गया है। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया, राज्य के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में फंसे अब तक 17,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर फंसे श्रद्धालुओं व स्थानीय लोगों सहित 370 से अधिक लोगों को निकाला गया।
पीड़ितों को हवाई मार्ग से सुरक्षित ले जाने के लिए लिंचोली भेजा गया है। न्यूज़ टुडे से चर्चा करते हुए अधिकारियों ने बताया कि केदारनाथ में 570 यात्री अभी फंसे हैं जिन्हें हेलिकॉप्टर से निकाला जाना है। रामबाड़ा-चौमासी पैदल मार्ग पर भी 110 तीर्थयात्री फंसे हैं। राहत और बचाव कार्य में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ वायुसेना के चिनूक और एमआई 17 हेलिकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है।
मौसम विभाग ने पांच राज्यों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इसमें छत्तीसगढ़ में आंशिक जबकि मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, कोंकण क्षेत्र, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। विभाग के वैज्ञानिक डॉ. नरेश कुमार ने बताया, उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश में निम्न दबाव का क्षेत्र बना है। दक्षिण पश्चिम राजस्थान में कम दबाव का क्षेत्र बना है। इससे इन राज्यों में भारी बारिश हो रही है। आने वाले दिनों में केरल, तटीय कर्नाटक व तमिलनाडु में भारी बारिश का अनुमान है। झारखंड के पूर्व सिंहभूम जिले में दो नदियों का जल स्तर बढ़ गया है।