वेब डेस्क रामपुर / उत्तर प्रदेश में CAA नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में दंगा करने वालों की अब खैर नहीं | यह खबर सामने आने के बाद की प्रदर्शन की आड़ में सुनियोजित रूप से सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाया गया और दंगा फ़ैलाने की कवायत भी हुई | दोनों ही तथ्यों को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है | रामपुर में पिछले सप्ताह नागरिकता कानून के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शनों से हुए नुकसान की भरपाई के लिए दो दर्जन से ज्यादा लोगों को प्रशासन ने नोटिस जारी किए है | करीब 28 लोगों को नोटिस दिए गए है, जिसमे सार्वजनिक संपत्ति को हिंसा की वजह से हुए 14.86 लाख रुपए के नुकसान की भरपाई के लिए कहा गया है | दंगाइयों को काबू करने के लिए इस्तेमाल हुई पुलिस की टूटी लाठियों, टियर गैस और पैलट गोलियों की कीमत भी वसूली में जोड़ी गई है |
दरअसल हाल ही में रामपुर में 21 दिसंबर को सीएए के विरोध में हुए प्रदर्शन में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी | घटना के बाद अब प्रशासन ने आगजनी -तोड़फोड़ में हुए नुकसान का आकलन कर हिंसा के लिए जिम्मेदार तत्वों की शिनाख्ती की है | इसमें करीब 28 से अधिक लोगों की पहचान कर नुकसान की भरपाई करने लिए नोटिस भेजने शुरू कर दिया गया है | रामपुर के एडीएम फाइनेंस के न्यायालय द्वारा 2 दर्जन से अधिक लोगों को नोटिस जारी कर 14,86,500 रूपये वसूली के लिए नोटिस जारी किया गया है | प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रशासन ने पुलिस से गोली का हिसाब भी मांगा है |
प्रशासन ने सीएए पर हिंसा के बाद मेरठ के लिसाड़ी गेट इलाके के 400 शस्त्र लाइसेंस रिन्युअल पर रोक लगा दी गई है | बताया जाता है कि सुनियोजित बवाल में लाइसेंसी हथियार प्रयोग करने का अंदेशा है | इस घटना के बाद प्रशासन अब लाइसेंसी हथियार रखने वालों से हर एक गोली का हिसाब मांगा है |
नोटिस में पुलिस की रिपोर्ट को आधार बनाकर हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराए गए लोगों से नुकसान की भरपाई को कहा गया है | प्रशासन का कहना है कि पूरी कार्यवाही सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के मुताबिक हो रही है | मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने लखनऊ और राज्य के अन्य इलाकों में हुई हिंसा को गलत बताया था | उन्होंने कहा कि राज्य में सरकारी संपत्ति को जिसने नुकसान पहुंचाया है उसकी सम्पत्ति जब्त की जाएगी और इसी संपत्ति को बेचकर इस नुकसान की भरपाई की जाएगी | प्रशासन के कड़े रुख के बाद उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन की आड़ में सुनियोजित हिंसा पर रोक लग गई है | कई इलाकों में आंदोलन स्थगित हो गया है |