भोपाल/अशोकनगर। मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मंगलवार को अशोकनगर में गिरफ्तारी देने की घोषणा की है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि सरकार उन्हें जेल भेजती है, तो वह जेल जाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अशोकनगर के मुंगावली में उनके खिलाफ गलत बयानी के लिए प्रकरण दर्ज किया गया है, जिसे उन्होंने और कांग्रेस ने राजनीतिक विद्वेष करार दिया है।
क्यों हो रहा है विरोध?
जीतू पटवारी के अनुसार,
“एक व्यक्ति जिसे मानव मल खिलाया गया था, उसने पुलिस और प्रशासन से कई बार शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आखिरकार वह पीड़ित मुझसे मिला और अपनी व्यथा सुनाई। बाद में प्रशासन ने दबाव बनाकर उस व्यक्ति से शपथ पत्र दिलवाया और मेरे खिलाफ केस दर्ज कर दिया गया। यह पूरी तरह अवैधानिक और दुर्भावनापूर्ण है।”
पटवारी ने यह भी कहा कि कांग्रेस पीड़ितों की आवाज बनकर हमेशा उनके साथ खड़ी रही है और आगे भी रहेगी। उन्होंने भाजपा सरकार पर सत्ता का दुरुपयोग कर विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया।
कांग्रेस का अशोकनगर में प्रदर्शन
कांग्रेस ने पूरे घटनाक्रम के विरोध में अशोकनगर में गिरफ्तारी आंदोलन की योजना बनाई है। जीतू पटवारी सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता वहां आम जनता की लड़ाई लड़ने के लिए एकजुट हुए हैं। पटवारी ने कहा कि—
“जनता ने हमें विपक्ष का दायित्व दिया है और हम उसी के तहत भाजपा सरकार से सवाल पूछ रहे हैं। हमारी मांगें जायज हैं, लेकिन सरकार उन्हें दबाने की कोशिश कर रही है।”
ओबीसी आरक्षण मुद्दे पर सरकार को घेरा
ओबीसी आरक्षण पर मुख्यमंत्री मोहन यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पटवारी ने कहा—
“मुख्यमंत्री का बयान बेहद गुमराह करने वाला है। सरकार कोर्ट में जानबूझकर ढंग से पैरवी नहीं कर रही। ओबीसी युवाओं के साथ अन्याय किया जा रहा है। अगर नियम पहले से बने हैं, तो उसमें सुधार करो, लेकिन सरकार आरक्षण लागू नहीं करना चाहती है।”
प्रशासन के रवैये पर तंज
पटवारी ने यह भी कहा कि—
“प्रशासन ने प्रदर्शन की अनुमति तो दी, लेकिन उसके बाद हर स्तर पर दबाव और बाधाएं खड़ी की जा रही हैं। अगर हमें जेल में डालना है, तो डाल दीजिए, लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे।”
