11 दिन बाद दुर्लभ योग, दंड देने वाले शनि देंगे ‘आशीर्वाद’, बदलेगी रूठी-जिद्दी किस्‍मत…

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Shani Gochar 2025: 29 मार्च 2025 को शनि गोचर कर रहे हैं. इस दिन चैत्र कृष्ण अमावस्या है और शनिवार का दिन है. शनिवार को पड़ने वाली अमावस्‍या को शनिचरी अमावस्‍या या शनि अमावस्‍या कहते हैं. यह दुर्लभ योग शनि के अशुभ प्रभावों से निजात पाने का दिन है. यदि शनि अमावस्‍या को कुछ उपाय कर लें तो शनि गोचर के कारण होने वाले दुष्‍प्रभावों से काफी हद तक राहत पाई जा सकती है. क्‍योंकि शनि के मीन राशि में गोचर से 3 राशियों पर शनि का साढ़ेसाती और 2 राशियों पर शनि की ढैय्या का प्रभाव शुरू हो जाएगा.

शनि अमावस्‍या के अचूक उपाय
शनि की महादशा, अंतर्दशा, साढ़ेसाती या ढैय्या कष्‍ट दे रही हो तो शनि अमावस्‍या के दिन किए गए उपाय इनके अशुभ प्रभावों से राहत दे सकती है. साथ ही शनि देव की कृपा भी प्राप्‍त होती है.

  • शनि अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ पर जल जरूर चढ़ाएं. इस जल में थोड़ा सा गुड़ और काले तिल मिला लें. फिर ‘मूले ब्रह्मा त्वचि विष्णुः शाखासु च महेश्वरः। पत्रे पत्रे देवनाथो वृक्षराज! नमोस्तुते।। वृक्षराज नमस्तुभ्यं महाकाय शिखाप्रिय। सर्वकष्ट विनाशय देहि वान्दमनामयम।।’ मंत्र पढ़ते हुए जल अर्पित करें.
  • शनि अमावस्या के दिन शनि की वस्तुओं जैसे- कोयला, लोहे के बर्तन, काले कपड़े, उड़द की काली साबुत दाल, काले चने, चमड़े के जूते, सरसों का तेल, काला कम्बल, काले तिल आदि का सामर्थ्‍य अनुसार दान करें. इससे शनि दोष से राहत मिलती है.
  • शनिचरी अमावस्या के दिन काली गाय की सेवा करें. उसे गुड़, रोटी खिलाएं.
  • शनि अमावस्या के दिन गरीबों को भोजन कराएं. उन्‍हें तेल से बनी चीजें जैसी पूरी-सब्‍जी, कचौरी आदि खिलाएं.
  • शनि अमावस्या के दिन शनि देव के साथ हनुमान जी का आशीर्वाद लें. हनुमान चालीसा, सुंदरकांड का पाठ करें. बजरंगबली के भक्‍तों को शनि देव कष्‍ट नहीं देते हैं.

(Disclaimer – प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. News Today इसकी पुष्टि नहीं करता है.)