रायपुर, 8 अगस्त 2025:
छत्तीसगढ़ में रक्षाबंधन का पर्व पूरे उत्साह और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ मनाया जा रहा है। भाई-बहन के प्यार और रक्षा के अटूट रिश्ते का यह पर्व प्रदेश भर में सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक बन गया है।
राज्य सरकार की ओर से इस विशेष अवसर पर महिलाओं और बालिकाओं को रोडवेज बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा दी गई, जिसका भरपूर लाभ उठाते हुए हजारों बहनों ने अपने भाइयों के पास पहुंचकर उन्हें राखी बांधी। राजधानी रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, राजनांदगांव, कोरबा सहित अन्य शहरों और कस्बों में बस अड्डों पर सुबह से ही भारी भीड़ देखी गई।

बाजारों में भी रक्षाबंधन को लेकर खास रौनक देखने को मिली। पारंपरिक राखियों के साथ-साथ बच्चों के लिए कार्टून राखियों, हैंडमेड और स्थानीय कारीगरों की बनाई हुई राखियों की खास मांग रही। मिठाइयों की दुकानों पर भी लोगों की लंबी कतारें देखी गईं।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्यवासियों को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “यह पर्व हमारे सामाजिक और पारिवारिक मूल्यों को सुदृढ़ करता है। बहनों को निःशुल्क यात्रा की सुविधा देना सरकार का एक छोटा सा प्रयास है जिससे वे अपने भाईयों से आसानी से मिल सकें।”

स्कूलों और सरकारी कार्यालयों में रक्षाबंधन के उपलक्ष्य में छुट्टी रही, जिससे परिवारों को साथ समय बिताने का अवसर मिला। कई सामाजिक संगठनों और एनजीओ ने अनाथालयों, वृद्धाश्रमों और जेलों में भी राखी बांधकर मानवता की मिसाल पेश की।

छत्तीसगढ़ के गांव-गांव और शहर-शहर में भाई-बहन का यह पावन पर्व प्रेम, त्याग और सुरक्षा के संकल्प के साथ मनाया गया, जिससे पूरे प्रदेश में उत्सव जैसा माहौल बन गया।
