राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह हो सकते है छत्तीसगढ़ के प्रभारी, पीएल पुनिया को दिल्ली का प्रभारी बनाये जाने की चर्चा जोरो पर, कांग्रेस के सियासी संकट के बीच बिन बुलाए मेहमान की तर्ज पर अचानक रायपुर पहुंचे दिग्विजय सिंह ने किया भोपाल का रुख

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नई दिल्ली / रायपुर – दिल्ली के राजनैतिक गलियारों में चर्चा है कि मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह को छत्तीसगढ़ का प्रभार सौंपा जा सकता है | जबकि पीएल पुनिया को दिल्ली प्रदेश का प्रभार दिए जाने की अटकले लगाई जा रही है | दरअसल पीएल पुनिया को छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के बाद हटाए जाने की चर्चा ने जोर पकड़ा था | इसके बाद लोकसभा चुनाव और कांग्रेस के भीतर की सियासी गतिविधियों के चलते मामला ठंडे बस्ते में चला गया था |

बताया जा रहा है कि राजस्थान के सियासी संकट के बाद कांग्रेस आलाकमान प्रदेश प्रभारियों को इधर से उधर करने के लिए जल्द ही अंतिम फैसला लेगा | दिग्विजय सिंह को छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाये जाने की अटकले उस समय और तेज हो गई जब वे दिल्ली से भोपाल जाने के बजाये सीधे रायपुर जा पहुंचे | बताया जाता है कि बगैर किसी ठोस कारण के अचानक रायपुर पहुंचे दिग्विजय सिंह ने एयरपोर्ट से सीधे मुख्यमंत्री निवास का रुख किया | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ डिनर पॉलिटिक्स के उपरांत उन्होंने शेष सभी कांग्रेसी नेताओं से मेल मुलाकात की |

आमतौर पर दिग्विजय सिंह यूँ ही किसी प्रदेश या इलाके का रुख नहीं करते | एयरपोर्ट पर उनकी यात्रा का प्रयोजन पूछे जाने पर उन्होंने पत्रकारों को दो टूक कहा कि उन्होंने इसी प्रांत में राजनीती की और बड़े भी हुए | उन्होंने तपाक से कहा कि तो क्या यहां नहीं आ सकता ? एयरपोर्ट पर उनकी अगवानी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम , राम गोपाल अग्रवाल , चंद्रशेखर शुक्ला समेत अन्य कांग्रेस जनो ने की | गुरुवार सुबह दिग्विजय सिंह भोपाल लौट गए |

भोपाल रवाना होने से पहले दिग्विजय सिंह पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निवास पर पहुंचे थे | यहां उन्होंने उनके पुत्र अमित जोगी से मुलाकात कर अपनी शोक संवेदनाये व्यक्त की | सूत्रों द्वारा बताया गया कि चंद पलों की इस मुलाकात में दिग्विजय सिंह ने अमित को मरवाही उपचुनाव जितने का मंत्र भी दिया | हालांकि उनकी रवानगी के बाद अमित जोगी ने ट्वीट कर बताया कि पापा के जाने के बाद ऐसे चुनिंदा व्यक्ति बचे हैं, जो मेरा मार्गदर्शन कर सकते है | मुझे गर्व है कि दिग्विजय अंकल, जिन्होंने अपने जीवन में सदैव व्यक्तिगत सम्बन्धों को राजनीति से अधिक महत्व दिया, उनमें से एक हैं

इसके बाद उनके रायपुर आगमन और स्थानीय नेताओं से मेल मुलाकात की खबरे दिल्ली तक चर्चा में है | दरअसल मध्यप्रदेश की ठीक-ठाक चल रही कमलनाथ सरकार के धरासाई होने के बाद दिग्विजय सिंह अपनी ही पार्टी के कई नेताओं के निशाने पर है | खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उनकी सरकार गिरने को लेकर दिग्विजय सिंह की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किये थे |

उधर छत्तीसगढ़ में प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के खिलाफ भी विरोध की लहरे सामने आने लगी है | हाल ही में कुछ कांग्रेसियों ने पत्राचार कर पुनिया हटाओं छत्तीसगढ़ कांग्रेस बचाव का नारा बुलंद किया था | इसकी खबर राहुल ब्रिगेड के कानों तक गुंजी थी | यही नहीं पिछले दो दिनों से खुद पीएल पुनिया भी राजस्थान सियासी संकट को छोड़ बजाये दिल्ली के रायपुर में डटे थे |

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जबकि दिग्विजय सिंह ने दिल्ली में मोर्चा संभाला था | यह भी गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी को एक बार फिर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये जाने की मांग कर गांधी परिवार का ध्यान खींचा था | हालांकि उनकी इस मांग को कई वरिष्ठ कांग्रेसियों ने किसी नए समीकरण की सुगबुगाहट के तौर पर देखा था | बहरहाल मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी में भी दिग्विजय सिंह को छत्तीसगढ़ का प्रभार मिलने की चर्चा जोरो पर है |