रायपुर। राजधानी रायपुर के खम्हारडीह थाना इलाके के ऐश्वर्या विंडमिल के पास 2 महीने पूर्व 25 सितम्बर को मिली महिला की लाश के बाद इलाके में सनसनी फैल गयी थी। लाश मिलने से इलाके में दहशत का माहौल था, ऐसा ज्ञात हो रहा था कि राजधानी के अपराधियों में तो पुलिस का खौफ ही खत्म हो गया है। परंतु लंबी जांच-पड़ताल के बाद पुलिस ने सच को सामने ला ही दिया। आपको बता दे कि मृतक महिला संध्या सार्वा सिविल लाइन थाना इलाके अंतर्गत जग्गनाथ नगर के पास निवासरत थी जिसके शव का रायपुर पुलिस ने पहचान हेतु पोस्टर भी चस्पा किया था।
इसी दौरान खम्हारडीह थाना पुलिस टीम ने जिले के अन्य थानों में शव की जानकारी साझा कर गुम इंसान रिकॉर्ड से मिलान करने कहा था जिस पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने हूबहू जानकारी के साथ उक्त महिला का गुम इंसान रिकॉर्ड दर्ज होना बताया जिसके बाद परिजनों को शव के पहचान कराने बुलाने पर उन्होंने शव देखकर साफ इंकार कर दिया। इसी दौरान पुलिस को परिजनों पर शक हुआ और अंधेरे में चलाया हुआ तीर सही निशाने पर जाकर लगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने इस मामले में अब तक 2 आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है। पूछताछ में आरोपियो ने खुलासा किया है कि वे मृतक की बहन के पति (लक्ष्मण) के साथी है व उसी के बोलने पर इस कृत्य को अंजाम दिया था।
पहले सिविल लाइन थाना इलाके में महिला का गला दबाकर हत्या की गई जिसके बाद उसे एक्टिवा में बैठाकर ऐश्वर्या विंडमिल के पास बहते हुए नाले में फेंक दिया गया। पुलिस को कंफ्यूज़ करने व सबूत मिटाने की मंशा से महिला की स्कूटी व मोबाइल को अमलेश्वर के पास खारुन नदी में बहा दिया। पुलिस ने महिला की स्कूटी को बरामद कर लिया है। फिलहाल पुलिस अब भी मुख्य आरोपी (मृतक के जीजा- लक्ष्मण) की तलाश में जुटी है, जांच व पूछताछ पूरी होने के बाद ही पुलिस पूरे मामले का खुलासा करेगी।