रायपुर : खबर आ रही है कि रायपुर के स्वर्ण भूमि परिसर में दर्जनों की तादाद में ऐसे बंगले है जो हवाला और ब्लैक मनी रखने के सुरक्षित अड्डों के रूप में इस्तेमाल हो रहे है। यहाँ से एक वीरान बंगले से नोटों से भरे कई बोरो की जप्ती की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि बीते दो दिनों से कुछ संदेहस्पद बंगलो में IT की चहल कदमी नजर आ रही है। सूत्रों के मुताबिक स्वर्ण भूमि परिसर में E लाइन के एक खास बंगले के अलावा अन्य दो बंगलो में भी केंद्रीय एजेंसियों की छापेमारी की खबर है। बताया जा रहा है कि पिछले तीन दिनों से स्वर्ण भूमि परिसर के कुछ बंगलो में छापेमारी हुई थी। लेकिन किसी भी बंगले से बोरो से नगदी की खबर नहीं आई थी।
आज यह खबर इस परिसर में रहने वाले कई लोगो की जुबान पर है। उन्होंने इन बंगलो में नोट गिनने वाली मशीन भी बुलाये जाने का दावा किया है। न्यूज़ टुडे ने मामले की आधिकारिक पुष्टि के लिए कई प्रयास किये। लेकिन कामयाबी नहीं मिली है। हालांकि इलाके के कई लोगों ने इसकी तस्दीक की है। पहचान ना जाहिर करने की शर्त पर उनका दावा है कि स्वर्ण भूमि परिसर के ये ठिकाने कुछ चर्चित IAS और आईपीएस अफसरों के है। यहाँ कई नेताओं का बेनामी निवेश भी बताया जा रहा है। उनका कहना है कि ये संपत्ति हाल ही के वर्षो में खरीदी गई है।
उनके मुताबिक अफसरों और नेताओं ने ये बंगले या तो किराए पर दे दिए गए है, या फिर ” सेफ हाउस” के रूप में उसका उपयोग हो रहा है। लोगो का कहना है कि इस परिसर में कई बंगले संदेहस्पद है। सम्भवता ये ब्लैकमनी ठिकाने लगाने के अड्डे के रूप में इस्तेमाल किये जा रहे है। उनके मुताबिक कुछ बंगलो में पिछले तीन दिनों से केंद्रीय एजेंसियों की आवाजाही देखी जा रही है। उनका यह भी दावा है कि बीती रात इन ठिकानो से कई बोरे माल निकला है। उन्होंने भारी – भरकम बोरो को कुछ वाहनों में लादते हुए भी देखा है। उन्हें अंदेशा है कि बोरो में नगदी थी।
लोगो की इस तस्दीक की आधिकारिक पुष्टि के लिए न्यूज़ टुडे ने IT – ED महकमे से भी सम्पर्क किया है। लेकिन इस घटना को लेकर कोई भी अफसर बात करने को तैयार नजर नहीं आया। एजेंसियों की ओर से ना तो इस मामले की तस्दीक की जा रही है और ना ही इसे ख़ारिज किया जा रहा है। लिहाजा यह मामला रहस्यमय बना हुआ है।
बताया जाता है कि ED हत्थे चढ़े सूर्यकान्त तिवारी, हेमंत जायसवाल समेत इस गिरोह के कई सदस्यों के आधिकारिक ठिकाने यही पर है। स्वर्ण भूमि परिसर में IT के छापों की खबर पिछले दो दिनों से सुर्खियों में है। लेकिन ताजा घटना को लेकर मिले इनपुट हैरान करने वाले बताये जा रहे है। हालांकि आधिकारिक पुष्टि के बगैर इस खबर को किसी अटकलबाजी या अफवाह से भी जोड़कर देखा जा सकता है। फिलहाल इस मामले की आधिकारिक जानकारी के लिए न्यूज़ टुडे प्रयासरत है।
बताया जा रहा है कि आईटी की कार्यवाही में अब तक हुई कार्यवाही में लगभग 2.5 करोड़ कैश और 1.5 करोड़ की ज्वेलरी हिसाब नहीं देने पर जब्त कर ली गई है। शनिवार को एक दर्जन से ज्यादा ठिकानो में आईटी की दबिश में कैश और कच्चे में बड़े पैमाने पर निवेश के दस्तावेज आईटी के हाथ लगे है। सूत्रों के मुताबिक अभी भी लगभग 13 ठिकानों में कारोबारियों के बंगले,गोदाम और दफ्तरों में कंप्यूटर,लैपटॉप,पेन ड्राइव और दस्तावेजों से बरामद जानकारी के आधार पर उद्योगपतियों से शेल कंपनियों के बारे में पूछताछ जारी है। सूत्र बताते है कि स्वर्ण भूमि परिसर में चल रही आईटी की कार्यवाही को लेकर कोई आधिकारिक ब्यौरा अब तक सामने नहीं आया है। मौजूदा बरामदगी पिछले तीन दिन पहले 34 ठिकानों पर हुई जब्ती की बताई जाती है।