रिपोर्टर – ऋतुराज वैष्णव
रायपुर / छत्तीसगढ़ सरकार ने हुक्काबार पर प्रतिबंध लगा दिया है | युवा पीढ़ी के तेजी से नशे की गिरफ्त में आने के चलते सरकार को यह फैसला लेना पड़ा | लेकिन इस तथ्य को गंभीरता के साथ रायपुर एसएसपी आरिफ शेख ने सरकार के संज्ञान में लाया था | उनके इस कदम को सोशल पुलिसिंग का बेजोड़ उदाहरण माना जा रहा है जो अपने अंजाम तक पहुंचा |
हुक्काबार बंद करने के लिए रायपुर एसएसपी आरिफ शेख ने सरकार को पत्र लिखकर सरकार को अवगत कराया था। उन्होंने हुक्काबार की आड़ में चल रहे नशे के खेल और कानूनी अड़चनों का भी उल्लेख अपने पत्र में किया था। रायपुर एसएसपी आरिफ शेख ने हुक्का बारों पर सख्ती करने के लिए धारा 144 तक प्रभावशील किया था। जहां भी हुक्का पिलाने की शिकायतें मिलती थीं, उनके निर्देश पर पुलिस फौरन छापामार कार्रवाई करती | रायपुर पुलिस ने कई प्रतिबंधित फ्लेवर और नशे की वस्तुएं हुक्काबारों से जब्त की है | नशे के इन अड्डों में उनके निर्देश पर धारा 144 के उल्लंघन के तहत भी कार्रवाई की गई। युवाओं में नशेखोरी की बढ़ती आदतों को लेकर मानसून सत्र में भी इस पर प्रतिबन्ध लगाएं जाने का मुद्दा विधानसभा में उठा था। सत्ताधारी दल के कई विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को अवगत कराया था कि हुक्का बार के कारण युवा पीढ़ी नशे के गर्त में जा रही है। फूड लाइसेंस लेकर कैफे खोले जा रहे हैं, जहां चरस, गांजा, कोकीन मिलाकर परोसा जाता है। इस मुद्दे पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने सदन में ही घोषणा की थी कि हुक्का बार के खिलाफ कानून बनाएंगे। इसके बाद शासन ने यह बड़ा फैसला किया है। फ़िलहाल एसएसपी रायपुर आरिफ शेख की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने सोशल पुलिसिंग का बेहतरीन नमूना पेश कर “हुक्काबार बीमारी” की रोकथाम के लिए अपने कदम आगे बढ़ाये |