राायपुर। छत्तीसगढ़ में एक से बढ़ कर एक कई घोटालों को अंजाम देने वाले पूर्व मुख्यमंत्री बघेल पर ईओडब्ल्यू और एंटी करप्शन ब्यूरो ने अपना शिकंजा कस दिया है। ताजा घटनाक्रम में EOW ने पूर्व मुख्यमंत्री बघेल की तत्कालीन उपसचिव सौम्या चौरसिया के रायपुर एवं भिलाई स्थित ठिकानों पर छापेमारी की है।
उनके खिलाफ छत्तीसगढ़ में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में कार्यवाही जारी है। सौम्या के अलावा निलंबित दोनों आईएएस अधिकारी, समीर विश्नोई और रानू साहू के ठिकानों पर भी छापेमारी की जानकारी सामने आई है।
बताते है कि छत्तीसगढ़ के अलावा राजस्थान और झारखंड के 19 अन्य ठिकानों पर ईओडब्ल्यू और एंटी करप्शन ब्यूरो ने आज शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की है। जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ कैडर के निलंबित आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई के राजस्थान के अनूपगढ़ स्थित ससुराल पर भी दबिश दी गई है।
यहाँ उनके परिजनों के अलावा साले का ठिकाना भी छापेमारी की जद में बताया जाता है। जानकारी के मुताबिक हाईकोर्ट में जमानत के लिए भी आरोपी सौम्या चौरसिया की याचिका पर सुनवाई जारी है।
बताते है कि एक बार फिर क़ानूनी-दांवपेचों का सहारा लेकर पूर्व मुख्यमंत्री बघेल की प्रिय उपसचिव सौम्या चौरसिया रिहाई के लिए हाथ-पांव मार रही है।
सौम्या के अलावा अन्य अधिकारी वर्तमान में 700 करोड़ के कोयला घोटाले के मामले में रायपुर के सेंट्रल जेल में बंद हैं। इन सभी आरोपियों के खिलाफ एसीबी में आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज है।
बताते है कि ‘टीम भूपे बघेल’ के गिरोह में शामिल दागी अफसरों की छत्तीसगढ़ में भिलाई, रायगढ़, झारखंड और राजस्थान में भी बड़े पैमाने पर नामी-बेनामी संपत्तियों की जानकारी सामने आई थी।
रायपुर सेन्ट्रल जेल में कैद सौम्या पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के कार्यकाल में सबसे प्रभावशील उपसचिव के रूप में चर्चित रही है। उन्हें राज्य का सुपर सीएम भी कहा जाता था। बताते है कि मुख्यमंत्री के अधिकारों का उपयोग कर सौम्या ने कई घोटालों को अंजाम दिया था। इन घोटालों में पूर्व मुख्यमंत्री बघेल की सहमति और सहभागिता सामने आ रही है। बताते है कि सौम्या की कार्य प्रणाली पूर्व मुख्यमंत्री को इतनी अधिक पसंद थी कि वे उसे अपनी आँखों के सामने से ओझल ही नहीं होने देते थे। कई घोटालों और दर्जनों शिकायतों के बावजूद तत्कालीन मुख्यमंत्री इस सरकारी सेवक पर इतने अधिक फ़िदा बताये जाते थे कि अधिकारीयों की ट्रांसफर-पोस्टिंग तक में सौम्या की पसंद-ना पसंद का उनके द्वारा भरपूर ध्यान रखा जाता था।
यही नहीं पूर्व मुख्यमंत्री के क्रियाकलापों से सौम्या के कब्जे में ‘एक जोड़ा’ अर्थात दो नग, औलाद प्राप्त है। इसमें एक पुत्र और एक पुत्री बताई जाती है। भूपे के चाल-चरित्र और चेहरे पर यकीन करने वाले इन संतानों के डीएनए टेस्ट की मांग भी कर रहे है। ताकि इन मासूम बच्चों के नैसर्गिक माता-पिता की वैधानिक पहचान हो सके।
फ़िलहाल छत्तीसगढ़ के ND तिवारी के कुनबे में छापेमारी को लेकर गहमा-गहमी देखी जा रही है, राजनैतिक गलियारा गरमाया हुआ है। बताते है कि अपनी प्रिय अफसर के ठिकानों में छापेमारी से पूर्व मुख्यमंत्री की बेचैनी बढ़ गई है। वे जल्द प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी सरकार पर हमला बोल सकते है। हालांकि अभी छापेमारी में बरामद संपत्ति-जब्ती का ब्यौरा आधिकारिक रूप से सामने नहीं आया है।