दिल्ली/रायपुर: RAIPUR NEWS: छत्तीसगढ़ में नक्सली मोर्चे पर तैनात पुलिस के जवानों को ‘बैलेस्टिक टेस्ट’ में फेल घटिया बुलेट प्रूफ जैकेट की सप्लाई की गई थी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपे बघेल के खास सहयोगी और तत्कालीन सरकार में चलनशील सुपर सीएम अनिल टुटेजा ने लगभग 13 करोड़ के बुलेट प्रूफ जैकेट की सप्लाई के लिए नियमों के विपरीत जाकर इसका भुगतान भी करवा दिया था। यही नहीं बिलासपुर के सिरगिट्टी इलाके में बुलेट प्रूफ जैकेट का निर्माण करने वाले एक कारखाने का हवाला देते हुए, इसका निविदा-टेंडर भी हासिल किया था।
यह भी बताया जाता है कि इस डील में मौजूदा DGP अशोक जुनेजा और ADG प्रदीप गुप्ता भी शामिल थे। बीजेपी नेता नरेश चंद्र गुप्ता ने PMO में शिकायत कर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उनका शिकायती पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि बुलेट प्रूफ जैकेट का निर्माण करने वाली कई नामचीन कंपनियों को टेंडर-निविदा से बाहर कर दिया गया था। शराब घोटाले के मुख्य आरोपी और तत्कालीन सुपर सीएम अनिल टुटेजा के निर्देश पर पुलिस मुख्यालय ने ऐसे घटिया बुलेट प्रूफ जैकेट की सप्लाई को हरी झंडी दी थी।
खरीदी के दौरान तकनिकी मापदंडो और बैलेस्टिक टेस्ट जैसे महत्वपूर्ण प्रदर्शनों को नजरअंदाज भी किया गया था। नतीजतन, हैदराबाद में हुए बैलेस्टिक टेस्ट में यह बुलेट प्रूफ जैकेट मापदंडों पर खरी नहीं उतरी थी। सूत्रों के मुताबिक बैलेस्टिक टेस्ट में फेल बुलेट प्रूफ जैकेट की बड़ी खेप की सप्लाई के उपरांत PHQ स्तर पर दोबारा बैलेस्टिक टेस्ट कराया गया था।
ताकि ‘टुटेजा एंड कंपनी’ को उपकृत किया जा सके। जानकारी के मुताबिक पुलिस मुख्यालय की अपारदर्शितापूर्ण कार्यप्रणाली के चलते आपूर्तिकर्ता कंपनी को दोबारा बैलेस्टिक टेस्ट कराने के लिए निर्देशित किया गया था। इस दौरान खुले बाजार से जोड़-तोड़ कर उपलब्ध कराये गए ‘सैंपल’ हैदराबाद भेजे गए थे।
इन सैंपलों के बैलेस्टिक टेस्ट में पास होने के बाद ‘टुटेजा एंड कंपनी’ को करोड़ो का भुगतान सुनिश्चित कर दिया गया था। जबकि आपूर्तिकर्ता कंपनी ने ना तो पूर्व में आपूर्ति किये गए बुलेट प्रूफ जैकेट का उठाव किया और ना ही बैलेस्टिक टेस्ट में पास हुए सैंपल के अनुरूप सुरक्षा सामग्री जवानों को उपलब्ध कराई।
पुलिस और सुरक्षा बलों की जान के सौंदे से जुड़े इस मामले कों PMO के संज्ञान में लाया गया है। बीजेपी नेता नरेश चंद्र गुप्ता ने PMO में की गई शिकायत में खरीदी की प्रक्रिया, भुगतान के तौर-तरीके और बुलेट प्रूफ जैकेट की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाये है।
RAIPUR NEWS: यह भी बताया जा रहा है कि टेंडर-निविदा की शर्तों के मुताबिक जिन स्थानों पर आपूर्तिकर्ता कंपनी ने अपना ऑफिस और बुलेट प्रूफ जैकेट का कारखाने का हवाला दिया था, उस स्थान पर ना तो ऑफिस मिला और ना ही कारखाना। बिलासपुर पुलिस द्वारा एक सूचना की पतासाजी के दौरान हैरान करने वाले खुलासे हुए है।
बताया जा रहा है कि सिरगिट्टी इलाके में ना तो प्रग्रति डिफेन्स सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड का कोई पता ठिकाना नहीं है। माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ शासन को गुमराह करते हुए प्रभावशील अधिकारियों और तत्कालीन भूपे सरकार के सहयोगियों ने एक बड़े घोटाले को अंजाम देकर सुरक्षा कर्मियों की जान के साथ खिलवाड़ किया है। इस मामले में न्यूज़ टुडे छत्तीसगढ़ ने गृह मंत्री विजय शर्मा और DGP से संपर्क भी किया। लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई।