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रायपुर के महापौर ढेबर ने आत्महत्या का किया ऐलान, मृत्यु पूर्व बयान आया सामने,कारण जानकर हैरान हो जाएंगे आप, राजनीतिक मजाक या वाकई देंगे जान,  क्या अपने वादों- दावों पर उतरेंगे खरे ?  जनता को इंतजार  ….

रायपुर ।रायपुर के महापौर एजाज ढेबर ने आत्महत्या करने का ऐलान किया है| उन्होंने कई लोगों के बीच मृत्यु पूर्व अपने बयान में इसका कारण भी बताया, इस दौरान पुलिस के आलाधिकारी भी मौजूद थे। हालांकि बैठक में मौजूद किसी भी शख्स ने उन्हें आत्मघाती कदम उठाने से नहीं रोका। माना जा रहा है कि आत्महत्या उनका निजी मामला है, यह उनके स्वविवेक पर छोड़ दिया गया है। पुलिस ने वैधानिक सलाह देने के बाद हाथों हाथ देबर को अपने दप्तर से विदाई भी दे दी। यह विदाई भावभीनी बताई जाती है। यह देखना गौरतलब है कि यह अंतिम विदाई साबित होगा या फिर राजनीतिक ड्रामा। बताते है कि मृत्यु  पूर्व बयान देने के लिए महापौर ढेबर अपने साथियों के साथ खुद अपनी मर्जी से एसपी दफ्तर पहुंचे थे। यहाँ कई लोगों ने उन्हें बताया कि आत्महत्या गैरकानूनी कदम है, इसे बता कर नहीं किया जाता, वर्ना इच्छापूर्ति में कठिनाई आती है 

ढेबर को करीब से जानने वाले तस्दीक करते है कि वे वचन के पक्के है,जो कहा है,वो अभी तक पूरा किया है, अभी ये वादा भी पूरा करेंगे। उधर जनता को ढेबर के फैसले का इंतजार है, उसने महापौर को इस मुद्दे पर फ्री हैंड कर दिया है।बताते है कि पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के काले कारनामों में लिप्त दर्जन भर लोगों में से दो ने पूर्व में आत्महत्या कर ली है, तीन का बाईपास हो चुका है, इनमें पूर्व चीफ सेक्रेटरी विवेक ढांड समेत दो कारोबारी शामिल है, जबकि कांग्रेस के खजांची रामगोपाल अग्रवाल फ़रार बताये जाते है, शेष जेल की हवा खा रहे है, ऐसे में महापौर ढेबर अपने वादों पर कितना टिकते है, यह तो वक़्त ही बताएगा। वैसे ढेबर का जान देने का इकबालिया बयान सुर्खियों में है, आत्महत्या का कारण जान कर आप हैरान हो जायेंगे। 

दरअसल, पिछले दिनो रायपुर में विधानसभा घेराव के दौरान प्रदर्शन में शामिल महापौर एजाज ढेबर की पुलिस कर्मियों के साथ झूमाझटकी हुई थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। पुलिस ने उनके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने के मामले में एफआईआर दर्ज की थी। बताते है कि उक्त दर्ज एफआईआर पर विरोध जताने के लिए महापौर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे थे।ढेबर ने दावा किया कि राजनीतिक प्रदर्शन में यह सब होना तो सामान्य बात है,सैकड़ों-हजारों लोग प्रदर्शन में शामिल थे और पुलिस द्वारा रोके जाने के दौरान धक्का मुक्की होना भी स्वाभाविक है। फिर उन्ही के नाम से एफआईआर क्यो? 

उन्होंने इसे उनके खिलाफ साजिश करार दिया। बातो ही बातों के बीच ढेबर ने तल्ख अंदाज में कहा कि मैं बहुत आहत हूं, अगर आप कुछ नहीं करेंगे तो मैं आत्महत्या कर लूंगा। आपके नाम चिठ्ठी लिखकर जाऊंगा, इसके जवाबदार आप होंगे।उन्होंने इसे साजिश करार दिया। रायपुर एसपी के समक्ष कांग्रेस नेताओं के साथ आज ढेबर की चर्चा और आत्महत्या की चेतावनी राजनीतिक गलियारों में नेताओ की जुबान पर है। ढेबर की हौसला अफजाई के लिए बतौर गवाह 

पूर्व विधायक विकास उपाध्याय समेत कांग्रेस के कुछ पार्षद भी  महापौर के साथ नज़र आये। बताते है कि एसपी ने दो टूक इस प्रतिनिधि मंडल से कहा कि प्रदर्शन की घटना को लेकर कानून अपने हिसाब से काम कर रहा है, किसी के दबाव में कोई एफआईआर नहीं की गई है। जानकारी के मुताबिक 24 जुलाई को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ विभिन्न मुद्दों को लेकर विधानसभा घेराव किया था।

आरोप है कि इस दौरान महापौर ढेबर, आशीष द्विवेदी एवं अन्य कार्यकर्ताओं ने ड्यूटी पर उपस्थित पुलिस बल के साथ गाली गलौज, झूमा झटकी कर मारपीट की थी। आरोपियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने की एक रिपोर्ट थाना सिविल लाइन में दर्ज कर जांच की जा रही है। बहरहाल, जनता की निगाहे महापौर के अगले कदम पर है।

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