सिवनी / मध्यप्रदेश में बारिश और बाढ़ का सितम देखने को मिल रहा है | भारी बारिश के बाद राज्य के कई इलाकों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं | खेत खलियानों से लेकर लोगों के घरों में जल भराव की स्थिति है | इस बीच, सिवनी जिले में भारी बारिश के चलते एक पुल ढह गया | बताया जाता है कि महज एक महीने पहले 30 जून 2020 बनकर तैयार हुए इस पुल के बह जाने को लेकर सवालिया निशान लगने लगा है | सिवनी का यह पुल करीब 150 मीटर लंबा और 9 मीटर ऊंचा था. प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 3.12 करोड़ लागत से बना ये पुल पूरी तरह तबाह हो गया है |
बीते तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद भीमगढ़ बांध के सभी 10 गेट खोल दिए गए थे | उधर पुल का बचाव कर रहे अफसरों का दावा है कि पानी का बहाव इतना तेज़ था कि इस पुल से करीब दस फीट ऊपर से होकर पानी जा रहा था | उनके मुताबिक रविवार सुबह जब पानी कम हुआ तो बहा हुआ ये पुल नज़र आया| उधर लोगों की दलील है कि कमीशनखोरी के चलते इस पुल की बनने से पहले ही हालत जर्जर हो गई थी | लोगों ने PMGSY के अफसरों और ठेकेदार के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई करने की मांग की है | दरअसल विभागीय अमला डैम के सभी 10 गेट खोलने पर दोषारोपण कर रहा है | जबकि ऐसा हर साल उस वक़्त होता है, जब भीमगढ़ डैम के भरने पर गेट खोले जाते है |
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प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर जे पी मेहरा के मुताबिक सुनवारा-आमानाला रोड पर निर्मित ब्रिज की लंबाई 150 मीटर और ऊंचाई 9.28 मीटर थी. उनके मुताबिक यह ब्रिज 30 जून 2020 को बनकर तैयार हुआ था | इसकी लागत 3.12 करोड़ थी | उन्होंने बताया कि तीन दिनों से क्षेत्र में भीषण बारिश हो रही है. इसके कारण वैनगंगा नदी पर बना हुआ यह पुल और इसके अलावा भीमगढ़ डैम पूरा भर गया था | उन्होंने दावा किया कि डैम के सभी दस गेट खोल दिए गए | उसके कारण जो पानी निकला उससे ब्रिज बह गया | जेपी मेहरा ने दावा किया कि पुल की गुणवत्ता में कहीं कोई कमी नहीं थी |