
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने दिल्ली स्थित इंदिरा भवन में एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में हुए चुनाव ‘संदिग्ध’ थे और आयोग ने विपक्ष को मशीन से पढ़ी जा सकने वाली मतदाता सूची उपलब्ध कराने से इनकार कर दिया।
राहुल गांधी का आरोप है कि यह चुनाव आयोग और बीजेपी के बीच मिलीभगत का साफ संकेत है। उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र की महादेवपुरा विधानसभा में 1,00,250 वोटर्स की ‘चोरी’ हुई। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच 1 करोड़ नए वोटर्स जुड़े, जो बेहद असामान्य है।
उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र में शाम 5:30 बजे के बाद अचानक भारी मतदान दिखाया गया, जबकि हमारे कार्यकर्ताओं ने बताया कि ग्राउंड पर ऐसा कुछ नहीं हुआ। इससे स्पष्ट होता है कि चुनाव आयोग जानबूझकर आंकड़े बदल रहा था।”
राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि जब उनकी पार्टी ने चुनाव आयोग से मतदाता सूची मांगी, तो उन्हें इनकार कर दिया गया और बाद में आयोग ने CCTV फुटेज नष्ट करने की बात कही। उन्होंने कहा, “मतदाता सूची देश की संपत्ति है, लेकिन आयोग उसे साझा नहीं कर रहा। यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत है।”