राहुल गांधी ने केंद्र पर साधा निशाना , कहा – आर्थिक पैकेज से लोगों की जेब में नहीं पहुंचेगा पैसा , कर्ज नहीं नकदी दे सरकार 

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दिल्ली वेब डेस्क / कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि वह आर्थिक पैकेज पर पुनर्विचार करे और लोगों के खातों में सीधे पैसे डाले क्योंकि इस वक्त उन्हें कर्ज की नहीं, बल्कि सीधी आर्थिक मदद की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को लॉकडाउन को समझदारी व सावधानी के साथ खोलने की जरूरत है। बुजुर्गों व गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। पीएम नरेंद्र मोदी ने हाल ही में 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है | 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार की मदद को किसानों, व्यापारियों और प्रवासी मजदूरों के लिए नाकाफी बताया है |  उन्होंने कहा  जो पैकेज होना चाहिए था वो कर्ज का पैकेज नहीं होना चाहिए था। इसको लेकर मेरी निराशा है।  उन्होंने कहा कि सरकार की मदद कर्ज का पैकेट नहीं होना चाहिए | किसान, प्रवासी मजदूरों की जेब में सीधा पैसा जाना चाहिए |  राहुल गांधी ने कहा, ‘सड़क पर चलने वाले प्रवासी मजदूरों को कर्ज नहीं पैसे की जरूरत है | बच्चा जब रोता है तो मां उसे लोन नहीं देती, उसे चुप कराने का उपाय निकालती है, उसे ट्रीट देती है | उन्होंने कहा कि सरकार को साहूकार नहीं, मां की तरह व्यवहार करना होगा |’ उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के लिए सरकार, विपक्ष और मीडिया सभी को मिलकर काम करना चाहिए | प्रभावित सभी लोगों के बैंक अकाउंट में सरकार को सीधे पैसे भेजना चाहिए |  

राहुल गांधी ने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से बातचीत कहा, लॉकडाउन को हमें धीरे-धीरे समझदारी से उठाना होगा | क्योंकि यह हमारे सभी समस्याओं का समाधान नहीं है | हमें बुजुर्गों, बच्चों सभी का ख्याल रखते हुए धीरे-धीरे लॉकडाउन उठाने के बारे में सोचना होगा | जिससे कि किसी को कोई खतरा ना हो | प्रवासियों को लेकर उन्होंने कहा कि प्रवासियों की समस्या काफी चुनौतीपूर्ण है। सड़कों पर चलने वाले लोगों की हम सभी को मदद करनी है। भाजपा सरकार में है और उसके पास सबसे ज्यादा हथियार हैं। हमें किसी पर अंगुली नहीं उठानी है। हमें मिलकर इस समस्या का समाधान करना है। ये विपक्ष की भी जिम्मेदारी है।