डिब्रूगढ़ / मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है | शिवराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी जिन्ना के रास्ते पर चल पड़े है | असम के डिब्रूगढ़ जिले के नाहरकटिया में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने राहुल गांधी व कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। शिवराज ने कहा कि राहुल गांधी महात्मा गांधी की बजाय जिन्ना के पदचिन्हों पर चल रहे हैं। जिन्ना का रास्ता देश को तबाह कर देगा। चौहान यहां भाजपा उम्मीदवार तरंगा गोगोई के लिए प्रचार कर रहे थे।
चौहान ने कहा कि कांग्रेस आजादी के बाद से पूर्वोत्तर के राज्यों में विकास कार्य करने में असफल रही है। असम में एआईयूडीएफ, पश्चिम बंगाल में आईएसएफ और केरल में आईयूएमएल के साथ कांग्रेस के गठबंधन का जिक्र करते हुए शिवराज ने आरोप लगाया, ‘कांग्रेस महात्मा गांधी के पदचिन्हों पर नहीं चल रही। कांग्रेस और राहुल गांधी जिन्ना के नक्शे कदम पर चल रहे हैं और जिन्ना के कदम असम और भारत को तबाह कर देंगे।’
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने असम में बदरुद्दीन अजमल जैसे नेताओं से हाथ मिलाए, जो कि घुसपैठियों व वामदलों से जुड़े हैं, जिन्होंने असम को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। ये लोग मुस्लिम राष्ट्र बनाने की बात करते हैं। अजमल वह व्यक्ति है, जिससे असम के पूर्व सीएम दिवंगत तरुण गोगोई तक ने हाथ नहीं मिलाया था। कांग्रेस का उससे गठबंधन करना गोगाई का अपमान है।
शिवराज सिंह ने राहुल पर हमला करते हुए कहा कि राहुल गांधी भारत को उत्तर और दक्षिण में विभाजित कर रहे हैं और वह असम में भी विभिन्न जनजातियों और समुदायों के बीच मतभेद पैदा करके इसी प्रकार की राजनीति कर रहे हैं। चौहान ने कहा, ‘कांग्रेस ने 55 साल असम में शासन संभाला, लेकिन उसने क्या दिया? असम को लचित बोरफुकन (अहोम योद्धा) की बहादुरी के कारण मुगल भी नहीं हरा सके, लेकिन (पूर्व प्रधानमंत्रियों) इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने राज्य को केवल घुसपैठ, हिंसा, आतंकवाद, विरोध प्रदर्शन, भूख और बेरोजगारी दी।’
मध्यप्रदेश के सीएम ने दावा किया कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में कांग्रेस इतिहास बन जाएगी। इस चुनावी रैली में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी मौजूद थे। असम में 27 मार्च को विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान होगा।
असम में चुनावी शंखनाद के बाद सियासी हलचल तेज है | राजनीतिक दलों के नेताओं का राज्य में जमावड़ा लगा हुआ है | अपने अपने दलों के लिए पार्टियों के नेता चुनावी प्रचार के लिए पहुंच रहे हैं | चाहे फिर वो बीजेपी हो या कांग्रेस , कोई भी दल अपने प्रचार-प्रसार में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता है |