नई दिल्ली / नए कृषि कानूनों को लेकर देश की राजधानी दिल्ली में दो माह से किसान आंदोलन जारी है। दिल्ली की अलग अलग सीमाओं पर किसान संगठन प्रदर्शन कर रहे है | पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। जिसको लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पुलिस के द्वारा किये जा रहे सुरक्षा के इंतजामों की तस्वीर और वीडियो शेयर पर मोदी सरकार पर प्रहार किया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट से पुलिस द्वारा दिल्ली बॉर्डर पर किए गए कड़े सुरक्षा इंतजामों की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “भारत सरकार, पुलों का निर्माण करें, दीवारों का नहीं!
वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट से पुलिस द्वारा दिल्ली बॉर्डर पर किए गए कड़े सुरक्षा इंतजामों की वीडियो शेयर की है। प्रियंका ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि प्रधानमंत्री जी, अपने किसानों से ही युद्ध?
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने हरियाणा-दिल्ली सीमा पर कड़े इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं। एक दिन पहले जहां दिल्ली पुलिस ने झाड़ोदा बॉर्डर पर कंक्रीट की तीन फुट चौड़ी और चार फुट ऊंची दीवार बनाई थी। वहीं, अब टीकरी बॉर्डर पर सुरक्षा के लिहाज से सड़क पर नुकीले सरिये ठोंक दिए हैं। दिल्ली पुलिस ने यह इंतजाम रविवार की रात किए। सीमाओं के बंद होने के बाद बहादुरगढ़ से दिल्ली की ओर जाने वाले वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
किसान आंदोलन के चलते झाड़ोदा बॉर्डर लगातार छठे दिन भी बंद रहा। यहां पर दिल्ली पुलिस की ओर से रेती-रोड़ी व मिट्टी से भरे ट्रकों को बैरिकेड के स्थान पर खड़ा किया गया है। यहां पर चार लेयर की बैरिकेडिंग की गई है। पहली लेयर में लोहे के बैरिकेड, दूसरी लेयर में सीमेंट के जर्सी बैरियर में रोड़ी भरकर लगाया गया है। वहीं तीसरी लेयर में कंक्रीट की तीन फुट चौड़ी और चार फुट ऊंची दीवार बनाई गई है। इसके बाद, चौथी लेयर में ट्रकों में मिट्टी भरकर उन्हें खड़ा किया गया है। इसके बाद दिल्ली पुलिस व सुरक्षा बलों के जवानों के अलावा महिलाएं भी तैनात की गई हैं। इतना ही नहीं 100 मीटर आगे तीन लेयर की एक और बैरिकेडिंग कर सुरक्षा व्यवस्था की गई है। यहां भी कड़ी बैरिकेडिंग की गई है।
दरअसल किसान यूनियनों ने छह फरवरी को ‘चक्का जाम’ किये जाने की सोमवार को घोषणा की। वे अपने आंदोलन स्थलों के निकट क्षेत्रों में इंटरनेट प्रतिबंध, अधिकारियों द्वारा कथित रूप से उत्पीड़न करने और अन्य मुद्दों के खिलाफ तीन घंटे तक राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को अवरुद्ध कर अपना विरोध दर्ज करायेंगे। 26 जनवरी जैसे हालात ना बने इसे लेकर पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए है |