नई दिल्ली / कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर फेसबुक और वाट्सएप को लेकर केंद्र पर परोक्ष हमला बोला है | उन्होंने फेसबुक और वाट्सएप पर भारत के लोकतंत्र और सामाजिक सद्भाव पर हमला करने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी ने फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग को दो हफ्ते के अंतराल में दो बार पत्र लिखा है, जिसमें सोशल मीडिया दिग्गज पर भाजपा के प्रति कथित पक्षपात की बात कही गई है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वाल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट को साझा करते हुए ट्वीट किया है कि ‘अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने फेसबुक और वाट्सएप पर भारत के लोकतंत्र और सामाजिक सद्भाव पर हमले को पूरी तरह से उजागर किया है। किसी को भी, एक विदेशी कंपनी को छोड़कर हमारे देश के मामलों में हस्तक्षेप करने की अनुमति दी गई है। उनकी तुरंत जांच की जानी चाहिए और दोषी पाए जाने पर दंडित किया जाना चाहिए।’
विदेशी मीडिया की नवीनतम रिपोर्ट में दावा किया गया है कि फेसबुक की कार्यकारी एक्जीक्यूटिव अंखी दास सत्तारूढ़ भाजपा के सदस्यों पर अभद्र भाषा का नियम लागू नहीं करती हैं। रिपोर्ट के अनुसार, दास ने सालों तक आंतरिक पोस्टिंग की। रिपोर्ट में कहा गया है कि वो सत्तारूढ़ भाजपा का समर्थन करती हैं।
इससे पहले शनिवार को राहुल ने फेसबुक और भाजपा के लिंक को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने टाइम पत्रिका में भाजपा और फेसबुक के लिंक को लेकर छपी रिपोर्ट का हवाला दिया और अभद्र भाषा पर अंकुश लगाने में विफलता को लेकर हमला बोला था।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था, ‘अमेरिका की टाइम मैग्जीन ने वाट्सएप और भाजपा की सांठगांठ का पर्दाफाश किया है। 40 करोड़ भारतीय इसका इस्तेमाल करते हैं। वाट्सएप चाहता है कि उसका इस्तेमाल भुगतान करने के लिए हो, जिसके लिए मोदी सरकार की मंजूरी की आवश्यकता है। इस तरह से उन्होंने आरोप लगाया कि वाट्सएप पर भाजपा की पकड़ है।’