टुटेजा एंड कंपनी फंस गई रे बाबा ? गिरफ्तारी की तलवार, छत्तीसगढ़ EOW में आरोपी अनिल टुटेजा और यश टुटेजा से पूछताछ…

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रायपुर। छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाले में ईओडब्लू ने आरोपी प्रमोटी IAS अनिल टुटेजा और उनके पुत्र यश टुटेजा से पूछताछ शुरू कर दी है। आज पहली बार पिता-पुत्र से एक साथ लंबी पूछताछ हुई। जानकारी के अनुसार टुटेजा पिता-पुत्र से शराब घोटाले को लेकर पूछताछ की गई। बताते हैं कि कारोबारी अनवर ढेबर और अरविंद सिंह से अनिल टुटेजा का गहरा नाता है।

सूत्रों के मुताबिक शराब कारोबार से लेकर जमीनों की खरीद फरोख्त और अन्य उद्योग धंधों में घोटाले की रकम खपाए जाने को लेकर कई सवाल आरोपियों से कई सवाल किए जा रहे हैं।

EOW मुख्यालय में आरोपियों से पूछताछ को लेकर गहमा गहमी देखी जा रही है। यह भी बताया जाता है कि भू-पे राज में टुटेजा एंड कंपनी के वैध-अवैध कारोबार ने दिन दुगुनी रात चौगुनी तरक्की की थी । इस काल में रक्षा उपकरणों से लेकर शराब के अवैध कारोबार में टुटेजा एंड कंपनी की बड़ी हिस्सेदारी बताई जाती है। कांग्रेस शासनकाल में सुपर सीएम के नाम से अनिल टुटेजा को जाना पहचाना जाता था। वे राज्य के पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड के राईट-लेफ्ट हैंड भी बताए जाते है।

छत्तीसगढ़ के 2200 करोड़ के शराब घोटाले में अभी तक महज 200 करोड़ की सम्पत्ति ही जब्त हो पाई है, ऐसे में लगभग 2000 करोड़ की रिकवरी राज्य एवम केंद्र की एजेंसियो के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रहा है।

बताया जाता है कि शराब घोटाले को बड़े ही सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया जा रहा था। आबकारी सचिव एपी त्रिपाठी से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ उपसचिव सौम्या चौरसिया और स्वयं मुख्यमंत्री भू-पे बघेल अपनी देख रेख में घोटाले को अंजाम दे रहे थे।

यही नही भू-पे राज में EOW की तत्कालीन टीम और उसके कई अफसर आरोपी अनिल टुटेजा पिता-पुत्र के इशारों पर कार्य कर रहे थे। इस संबंध में ED की चैट में आरोपियों की जांच से जुड़े कई तथ्यों के साथ छेड़छाड़ के प्रमाण भी सामने आए थे। हालाकि अब बीजेपी की नई सरकार के गठन के बाद इतने महत्वपूर्ण घोटाले की जांच में तेजी आई है,आरोपियों से EOW की नई टीम पूछताछ में जुटी है।

बताते हैं कि टुटेजा एंड कंपनी को इससे पहले तीन बार पूछताछ के लिए समंस जारी किया गया था। लेकिन वे कोई ना कोई कारण का हवाला देते हुए EOW मुख्यालय में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने से बचते रहे हैं। यह पहला मौका है जब दोनों आरोपी EOW मुख्यालय में पूछताछ में शामिल हुए हैं।

हालांकि,आरोपियों के करीबी दावा कर रहे हैं कि टुटेजा पिता-पुत्र को सुप्रीम कोर्ट से नो कोरोसिव एक्शन का आदेश प्राप्त है, ऐसे में उनकी गिरफ्तारी नही की जा सकती। उधर कानून के जानकारों के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट से शराब घोटाला का मामला खारिज होने के बाद आरोपियों को प्राप्त कानूनी संरक्षण स्वमेव समाप्त हो गया है। ऐसे में EOW में दर्ज पृथक अपराध में आरोपियों की गिरफ्तारी से इंकार नही किया जा सकता है।

इधर यह जानकारी भी सामने आ रही है कि आरोपी टुटेजा पिता पुत्र से कोल खनन परिवहन घोटाले को लेकर भी एजेंसियां पूछताछ कर सकती है। इस मामले में ED की विवेचना में टुटेजा एंड कंपनी का काला कारोबार सुर्खियों में है। सूत्रों के मुताबिक जेल में बंद आरोपी सौम्या चौरसिया, रानू साहू, सूर्यकांत तिवारी और एपी त्रिपाठी से पूछताछ के बाद अनिल टुटेजा पिता-पुत्र एजेंसियों के हत्थे चढ़ गए हैं।

हालाकि उनकी गिरफ्तारी को लेकर अभी कोई अधिकारिक बयान सामने नही आया है और ना ही गिरफ्तारी की कोई अधिकारिक पुष्टि की गई है। ऐसे में टुटेजा पिता पुत्र से जारी पूछताछ को लेकर संशय की स्थिति देखी जा रही है, फिलहाल कयासों का दौर जारी है।