पंजाब में बाढ़ से जनजीवन प्रभावित
Punjab Floods ने इस बार पूरे राज्य में हालात बिगाड़ दिए हैं। अगस्त 2025 में 7 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 74% ज्यादा है। हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में हुई भारी बारिश से सतलुज, ब्यास और रावी नदियां उफान पर आ गईं, जिससे कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
IPS अफसरों का मानवीय कदम
राज्य के सभी IPS अधिकारियों ने एक दिन की सैलरी मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का फैसला किया है। DGP गौरव यादव ने कहा कि यह कदम पुलिस की सामाजिक जिम्मेदारी को दर्शाता है और संकट की घड़ी में जनता के साथ खड़े होने का प्रतीक है।
स्वास्थ्य विभाग की तैयारी
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि बाढ़ प्रभावित जिलों में 818 मेडिकल टीमें तैनात की गई हैं, जिनमें 458 रैपिड रिस्पॉन्स यूनिट्स और 360 मोबाइल मेडिकल स्क्वॉड शामिल हैं। अब तक 962 मेडिकल कैंप लगे और 31,876 मरीजों का इलाज किया गया। विभाग ने 66 जरूरी दवाओं का स्टॉक और 21 मेडिकल कंज्यूमेबल्स पहले से तैयार कर रखे हैं।
गर्भवती महिलाओं और आपातकालीन सेवाएं
गुरदासपुर से अब तक 5 गर्भवती महिलाओं को हेलिकॉप्टर और बोट एंबुलेंस से सुरक्षित निकाला गया है। साथ ही 424 एंबुलेंस 24×7 सेवाएं दे रही हैं, जिनमें 170 सरकारी और 254 निजी संस्थानों से मिली हैं।
आम लोगों और संगठनों की मदद
दिल्ली से आप नेता सौरभ भारद्वाज राहत सामग्री के साथ पंजाब पहुंचे। अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर आप कार्यकर्ता लगातार मदद पहुंचा रहे हैं। आम लोग भी खाने-पीने की चीजें, दवाइयां और कपड़े बांटकर योगदान दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी राहत की अपीलें जारी हैं।
