नई दिल्ली / बीते महीने भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में वहां की सेना ने लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार का तख्ता पलट करते हुए सत्ता पर कब्जा जमा लिया | अब इसके विरोध में वहां की आम जनता और सेना आमने-सामने हैं | हर दिन वहां विरोध-प्रदर्शन के दौरान सेना और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो रही हैं | इसी कड़ी में अब म्यांमार की सेना ने प्रदर्शनकारियों को धमकाने के लिए चीनी कंपनी टिकटॉक का सहारा लिया है। वहां की सेना टिकटॉक वीडियो का इस्तेमाल कर प्रदर्शनकारियों को बंदूक दिखाते हुए गोली मारने की धमकी दे रहे हैं। इधर टिकटॉक कंपनी पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं, जिसके बाद कंपनी के प्रमुख ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि हिंसा को भड़काने वाली सामग्री को प्लेटफॉर्म से हटाया जा रहा है।
डिजिटल राइट्स ग्रुप म्यांमार और आईसीटी फॉर डेवलेपमेंट (एमआईडीओ) ने बताया कि उसे 800 से ज्यादा ऐसे सैन्य वीडियो मिले हैं, जो बढ़ते रक्तपात के समय प्रदर्शनकारियों को और उत्तेजित कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट की माने तो इस झड़प के बीच बुधवार को 38 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। फरवरी के अंत में एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसमं सेना का एक जवान हाथ में बंदूक लिए कैमरे में देख रहा था और प्रदर्शनकारियों से कह रहा था कि मैं तुम्हारे चेहरे पर गोली मारूंगा और असली गोलियों का इस्तेमाल कर रहा हूं। वीडियो में सेना के जवान कहता हुई दिखाई देता है कि मैं आज रात पूरे शहर में गश्त करने जा रहा हूं और जिसे भी मैं देखूंगा उसे शूट कर दूंगा। ो
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इधर अमेरिकी सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने बताया कि उसने अब म्यांमार की सेना से जुड़े सभी पेजों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा टिकटॉक ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि हमारे पास स्पष्ट कम्यूनिटी गाइडलाइंस हैं, हम उस सामग्री को अपने प्लेटफॉर्म पर अनुमति नहीं देते हैं जो हिंसा या गलत सूचना को बढ़ावा देते हैं या फिर जिससे लोगों को भड़काया जाता है।