दुर्ग और नया रायपुर के बीच रुसी तकनीक से लाइट ट्रेन चलाने का प्रस्ताव |

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रायपुर / मुंबई की कंपनी रूस की टेकनालाॅजी के साथ नया रायपुर से दुर्ग के बीच एलिवेटेड लाइट रेल चलाने का प्लान ले आई है। इस कंपनी ने शुक्रवार को सीएम भूपेश बघेल और परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर के सामने लाइट रेल सिस्टम का प्रजेंटेशन दिया। इसके बाद सीएम ने इस प्रोजेक्ट के लिए शास्त्री चौक से टाटीबंध चौक तक की सड़क का परीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। लाइट रेल सिस्टम के प्रजेंटेशन में कंपनी की ओर से बताया गया कि यह रायपुर से दुर्ग तक 70 किमी के ट्रैफिक को कवर करेगी। 


यह ट्रेन रूसी तकनीक पर आधारित है और बैटरी से चलती है। इसमें 8 बोगियां रहती हैं। यह ट्रेन एलिवेटेड रूट पर चलती है। सड़कों पर पिलर लगाकर उस पर हल्की पटरियां बिछाई जाती हैं, जिस पर ट्रेन चलती है। आठ बोगी की इस ट्रेन में 1068 लोग यात्रा कर सकते है। यह रेल पूरी तरह हाईटेक और एयरकंडीशंड है। कंपनी के इंजीनियरों ने बताया कि एलिवेटेड रेल लाइन बनाने के लिए सड़क पर 3 फीट चौड़ी पट्टी ही चाहिए। इतने में ही पिलर डालकर ऊपर लाइट रेल का ट्रैक बन जाता है। कंपनी ने यह भी कहा कि पूरा सिस्टम वही तैयार करेगी और ट्रेन भी चलाएगी। 30 साल तक ट्रेन चलाने में वह पूरा खर्च निकाल लेगी, फिर ट्रेन शासन को सौंप दी जाएगी। इस ट्रेन की 70 साल की गारंटी रहेगी।