रिपोर्टर – कविता घोष
मुंबई वेब डेस्क / फिल्म निर्माता कंपनी इरोस के कोरोना वायरस पर एक विचित्र फिल्म शीर्षक ‘कोरोना प्यार है’ पंजीकृत करवाने के बाद अब फिल्म निर्माता और अभिनेता राकेश रोशन का बयान सामने आया है। यह फिल्म शीर्षक उनकी वर्ष 2000 में आई फिल्म ‘कहो ना प्यार है’ से मिलता जुलता है। इस पर राकेश रोशन ने कहा, ‘यह हरकत उस परिस्थिति का मजाक उड़ा रही है, जिससे इस वक्त दुनिया लड़ रही है। यह एकदम बचकानी और गैर जिम्मेदाराना हरकत है। हमें ऐसे लोगों को अनदेखा करना चाहिए, जो अभी की परिस्थिति को समझ नहीं रहे हैं।’
फिल्म के शीर्षक को पंजीकृत करवाने के बाद एरोज कंपनी अब इस शीर्षक पर एक कहानी तैयार करने की कोशिश कर रही है। फिल्म निर्माता राकेश रोशन इस शीर्षक या इसकी कहानी पर कोई भी कानूनी कार्यवाही नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘इन दोनों फिल्मों में कोई भी समानता नहीं है। यहां तक कि अगर इस फिल्म का नाम ‘कोरोना प्यार है’ को भी देखा जाए, तो उसका मेरी कहानी से कोई लेना देना नहीं है। इसलिए मैं इसकी कहानी या इसके नाम पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करना चाहता।’
गौरतलब है कि देश में भले ही कोरोना वायरस की दहशत फैली हुई है, लेकिन मजाकिया लोग अपने अंदाज से बाज नहीं आ रहे हैं। जब से कोरोना वायरस की खबरें भारत में फैलना शुरू हुई हैं, तभी से सोशल मीडिया पर सक्रिय लोग इस वायरस का मजाक उड़ा कर मींस बनाने में लगे हुए हैं। इस कड़ी में हिंदी सिनेमा भी पीछे नहीं रहा। कोरोना के आने के तुरंत बाद ही सिनेमा के निर्माताओं और बड़ी फर्मों के मालिकों में इस वायरस पर एक फिल्मी शीर्षक पंजीकृत कराने के लिए होड़ लग गई। इस रेस में प्रोडक्शन हाउस एरोस ने बाजी मारी, जिसने ‘कोरोना प्यार है’ के नाम से एक फिल्म का शीर्षक पंजीकृत करवा लिया।