दिल्ली वेब डेस्क / इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दाढ़ी की चर्चा देशभर में हो रही है | एक समय उनकी दाढ़ी बड़ी सलीके से बनी नज़र आती थी | लगता था दाढ़ी बनाने वाले ने बड़े संजीदा हो कर उसे सेट किया है | ट्रिमिंग ऐसी की पीएम की दाढ़ी देखते ही बनती थी | लोगों को उनका यह लुक जबरदस्त नज़र आता था | मार्च के आखरी हफ्ते में जब वे जनता कर्फ्यू और फिर लॉकडाउन की घोषणा करने के लिए टीवी पर नजर आए तो उनकी दाढ़ी करीने से कटी हुई थी |
लेकिन इस घटना के बाद जब भी नज़र आये तो उनके चेहरे का अंदाज कुछ बदला हुआ नज़र आ रहा है | उनकी दाढ़ी काफी बढ़ी हुई है, ऐसा लग रहा है जैसे कि उन्होंने कई दिनों से अपनी दाढ़ी नहीं कटवाई है | लिहाजा राजनैतिक गलियारों से लेकर आम लोगों के बीच प्रधानमंत्री की लंबी दाढ़ी को लेकर माथापच्ची शुरू हो गई है |
कई लोगों का मानना है कि नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन -1 के दौरान से ही अपनी दाढ़ी नहीं कटवाई है | कुछ लोगों का मानना है कि दाढ़ी नहीं कटवाने के पीछे यही लग रहा है कि वे आम जनता को कोई संदेश देना चाहते है | इसी लिए उन्होंने अपनी दाढ़ी नहीं कटवाने पर जोर दिया है | ऐसे लोगों की दलील है कि लॉकडाउन के दौरान सरकार ने उन्ही की मंशानुरूप नाई की दुकानों, सैलून और पार्लर को लेकर कड़ाई बरती थी |
इस दौरान देश के कई हिस्सों से यह खबर आई थी कि नाई की दुकान में हज़ामत बनाने गए कई लोग कोरोना संक्रमित पाए गए | लिहाजा पीएम मोदी ने इसकी संवेदनशीलता समझते हुए खुद भी दाढ़ी नहीं बनवाई | ताकि लोग स्वयं अंदाजा लगा सके कि जब पीएम मोदी खुद दाढ़ी के लंबे बालों से परहेज नहीं कर रहे है, तो वे किस खेत की मूली है |
उधर कुछ लोगों की राय है कि राष्ट्र व्यापी लॉकडाउन का पालन आपके चेहरे पर भी दिखाई दे, इसके चलते उन्होंने दाढ़ी को जस का तस बढ़ने दिया | इन लोगों के मुताबिक पीएम की लंबी दाढ़ी से साफ़ संकेत है, इससे दाहिर होता है कि प्रधानमंत्री ने भी लंबे समय से अपने हेयर ड्रेसर से दूरियां बनाई हुई है | उनके मुताबिक हेयर ड्रेसर से दूरियां बनाने का कारण ये नहीं है कि पीएम नरेंद्र मोदी के आधिकारिक निवास 7, लोक कल्याण मार्ग में हेयर ड्रेसर या नाई की लॉकडाउन के दौरान छुट्टी कर दी गई थी | उसकी उपलब्धता के बावजूद पीएम ने दाढ़ी कटवाने में कोई रूचि नहीं दिखाई |
कुछ लोगों का यह भी मानना है कि कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी व्यस्त नज़र आ रहे है | वे दिन रात बैठकों में शामिल हो रहे है | जिस महामारी के संक्रमण से देश गुजर रहा है, उसके मद्देनज़र वे अपना पूरा समय इसकी रोकथाम और अन्य दूसरी गतिविधियों को संचालित करने में बिता रहे है | इस दौरान प्रधानमंत्री के रूप में उनके लिए लगातार वर्चुअल मीटिंग करना और अधिकारियों से मिलना दाढ़ी बनवाने में समय बिताने से ज्यादा आवश्यक है | वे दाढ़ी बनवाने में लगने वाले समय का भी सदुपयोग कर रहे है | शायद इसी वजह से वो कई दिनों से अपने हेयर ड्रेसर से नहीं मिले हैं |
फ़िलहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लंबी और सफेद दाढ़ी वाला चेहरा भी लोकप्रिय नज़र आने लगा है | लोगों ने इस चेहरे को जबरदस्त रिस्पॉन्स दिया है | नौजवानों से लेकर बड़े बूढ़े तक उसी तर्ज पर अपनी दाढ़ी बड़ा रहे है | उन्होंने ने भी नाई और सैलून, पार्लर वालों से दूरियां बना ली है |
दिलचस्प बात यह है कि जो लोग अपनी सफ़ेद दाढ़ी की रंगाई पुताई कर उसे काला या अन्य रंगों में रंगने में रूचि दिखते थे उन्होंने जब उसे कलर करवाना बंद कर दिया है | ताकि मोदी की तर्ज पर सफ़ेद दाढ़ी रख वे उन्हें अपना समर्थन दे सके | मोदी दाढ़ी भी अब देश में फैशन बनते जा रहा है | अनलॉक के दौरान जब नाई की दुकाने, सैलून और पार्लर खुले तो कई ग्राहकों ने मोदी स्टाइल में दाढ़ी का शेप बनाने पर जोर दिया |