प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नई दिल्ली में ‘कर्तव्य भवन-3’ का भव्य उद्घाटन किया। यह आधुनिक भवन सेंट्रल विस्टा परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य केंद्र सरकार के बिखरे मंत्रालयों को एकीकृत और सुव्यवस्थित करना है।
कर्तव्य भवन-3 लगभग 1.5 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें गृहमंत्रालय, विदेश मंत्रालय, ग्रामीण विकास, MSME, DOPT, और पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्रालय जैसे प्रमुख विभागों का नया कार्यस्थल होगा।
आधुनिक सुविधाओं से लैस
इस भवन को ऊर्जा दक्षता के लिहाज से भी मिसाल माना जा रहा है। इसमें डबल ग्लेज्ड ग्लास, रूफटॉप सोलर पैनल, एडवांस HVAC सिस्टम, वर्षा जल संचयन, और एलईडी लाइटिंग जैसी तकनीकें शामिल हैं, जिससे करीब 30% तक बिजली की बचत होगी।
पुराने भवनों की जगह नया बदलाव
अब तक ये मंत्रालय शास्त्री भवन, कृषि भवन, उद्योग भवन जैसे दशकों पुराने भवनों में संचालित होते रहे हैं। लेकिन केंद्र सरकार अब इन्हें एक आधुनिक, तकनीकी रूप से सक्षम और हरित भवन परिसर में स्थानांतरित कर रही है।
परियोजना की आगे की योजना
सरकार का लक्ष्य है कि 2025 के अंत तक सभी शेष भवनों का निर्माण शुरू कर दिया जाए और 2027 तक पूरा कॉम्प्लेक्स बनकर तैयार हो जाए। इसमें कुल 10 नए भवनों का निर्माण किया जाना है, जिससे कार्य संचालन और मंत्रालयों के बीच समन्वय और अधिक सशक्त हो सकेगा।
